सरगुजा: सरगुजा जिले के उदयपुर विकास खंड के ग्राम गुमगा स्थित आंगनबाड़ी का भवन धराशाई हो गया. बीते सप्ताह भर से सरगुजा में भारी बारिश हो रही है. शनिवार की दोपहर यह हादसा हुआ. गनीमत रही कि शनिवार होने की वजह से कोई बच्चा या स्टाफ भवन में नहीं थे.
सरगुजा में गुमगा का आंगनबाड़ी भवन हुआ धराशाई
सरगुजा में भारी बारिश से गुमगा का आंगनबाड़ी भवन धराशाई हो गया. गनीमत रही कि शनिवार होने की वजह से कोई बच्चा या स्टाफ भवन में नहीं थे. इसमें 17 बच्चे पढ़ाई करते हैं.
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टल गया बड़ा हादसा:बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से जर्जर हो चुके भवन अब गिरने लगे हैं. शनिवार को सुबह से लगातार हो रही बारिश की वजह से ग्राम गुमगा का आंगनबाड़ी भवन धराशाई हो गया. जर्जर हो चुके इस भवन को डिसमेंटल करने के लिए कार्रवाई करने की बात भी सामने आ रही है. लेकिन अब तक ना तो इसे डिस्मेंटल किया गया था और ना ही इसका उपयोग बंद किया गया था. नतीजन आज एक बड़ा हादसा होते होते टल गया.
17 बच्चे करते हैं पढ़ाई:इस आंगनबाड़ी में कुल 17 नियमित बालक बालिका पढ़ते हैं. इसके अतिरिक्त 3 गर्भवती महिला, 4 शिशुवती एवं 17 छः माह से तीन वर्ष तक के बच्चे इस आंगनबाड़ी से लाभान्वित हो रहे है. इन सबका आना जाना यहां लगा रहता है. इस आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका नहीं है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ही इसका संचालन कर रही हैं.
दोपहर में हुई घटना:ग्रामीणों ने बताया कि बड़ा हादसा टल गया है. शनिवार को आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन नहीं हुआ. उसी परिसर के पास प्राथमिक स्कूल का भी संचालन होता है. शनिवार को हाफ टाइम की वजह से बच्चे जल्दी घर चले जाते हैं. दोपहर 1 बजे दुर्घटना हुई. दुर्घटना के वक्त कोई भी बालक बालिका स्थल पर मौजूद नहीं थे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
मनोरंजन भवन में संचालन की बात:विभाग ने बताया कि आंगनबाड़ी का संचालन इस भवन में नहीं बल्कि मनोरंजन भवन में किया जा रहा था. लेकिन मनोरंजन भवन वह भी उसी जगह पर मौजूद है. जहां यह भवन गिरा है. कई बार बच्चे आस पास के भवनों में खेलते हुये भी चले जाते हैं. फिलहाल यहां सब कुछ ठीक है कोई हादसा नहीं हुआ है. लेकिन इस तरह की घटनाओं से सबक जरूर लेना चाहिये ताकि आने वाली घटनाओं को रोका जा सके.
अधिकारी से नहीं हुआ संपर्क:आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा सिंह मौके पर केंद्र में मौजूद नहीं थी. कार्यकर्ता आशा सिंह आधार वेरिफिकेशन के लिए पास के दूसरे आंगनबाड़ी केंद्र गई हुई थी. इस मामले में जांच का विषय यह है कि आखिर इस आंगनबाड़ी का निर्माण कब हुआ जो ये इतनी जल्दी डिस्मेंटल करने लायक हो गया. क्या निर्माण एजेंसी पर इसकी जिम्मेदारी तय होगी. इन सारे सवालों के जवाब में लिये हमने जिला महिला बाल विकास अधिकारी बसंत मिंज से फोन पर सम्पर्क करना चाहा लेकिन उनका फोन कनेक्ट ही नहीं हो सका.