सरगुजा: नई दिल्ली स्थित स्वीडन दूतावास के मिशन उप प्रमुख गौतम भट्टाचार्य ने केनापारा पर्यटन स्थल पहुंचकर, बोटिंग कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया. सरगुजा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने दूतावास के मिशन उप प्रमुख गौतम भट्टाचार्य की अगुवानी की और केनापारा में संचालित मत्स्य पालन, नौकायान और महिलाओं द्वारा संचालित कार्यों के साथ SECL के अन्य खदानों की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी. गौतम भट्टाचार्य ने खदान की उपयोगिता देखकर कार्यों की सराहना की. उन्होंने केनापारा के खदान जैसी उपयोगिता को स्वीडन में भी लागू करने की बात कही.
बोटिंग कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते गौतम भट्टाचार्य सूरजपुर ब्लॉक के केनापारा तेलईकछार खदान में साल 1991 से SECL ने नवाचार के रूप में कोयले का भंडार खत्म होने के कारण कोयले का खनन बंद कर दिया था. जिसके बाद जिला प्रशासन ने SECL के सहयोग से उपेक्षित खनन स्थल का जीर्णोद्धार कर इसे जल संरक्षण के स्त्रोत में विकसित कर दिया. वर्तमान में यहां बोटिंग, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सुविधा उपलब्ध कराने और मत्स्य पालन जैसी गतिविधियां शुरू कर दी गई है. जिसमें स्व-सहायता समूह की महिलाओं और आसपास के ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराकर आय वृद्धि के नये अवसर बनाए गए हैं. जो कि छत्तीसगढ़ राज्य में एक माॅडल के रूप में चिन्हांकित किया गया है. जिसका अवलोकन करने स्वीडन के दूतावास की टीम केनापारा पहुंची.
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महिलाओं की स्थिति बेहतर
गौतम भट्टाचार्य और उनकी टीम केनापारा पहुंचकर खदान में संचालित और उपयोगी कार्यो से अवगत हुए. उन्होंने खुशी जाहीर करते हुए कहा कि यहां आने के बाद बहुत कुछ सीखा. स्वीडन में भी खनन कार्य किए जाते हैं, वहां के बंद पडे़ खदानो में किसी प्रकार की उपयोगीता नहीं हो रही है, यहां की मत्स्य पालन की व्यवस्था, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट और पर्यटन स्थल को बढ़ावा और रोजगार की उपलब्धता को स्वीडन में भी लागू करने की बात कही. उन्होंने कहा कि स्वीडन की महिलाएं भी अच्छा काम कर रही हैं. मैंने देखा कि यहां की महिलाएं भी लैंगिक समानता के साथ हर तरह के काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. स्वीडन की महिलाओं की तरह यहां की महिलाओं की स्थिति अच्छी है.
गुलाल खरीदते गौतम भट्टाचार्य पिछड़ा राज्य नहीं है छत्तीसगढ़
गौतम भट्टाचार्य ने कहा कि जब वे छत्तीसगढ़ आ रहे थे, तब लोग कह रहे थे कि छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा हुआ राज्य है. लेकिन यहां ऐसा नहीं है. उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ सभी क्षेत्रों में अच्छा काम कर रहा है. भट्टाचार्य ने कहा कि स्वीडन के लोगों को यहां के कार्यों से अवगत कराउंगा यदि स्वीडन के लोग भी यहां काम करना चाहें तो मेरा पूरा प्रयास होगा.
हर्बल गुलाल स्टाॅल का किया निरीक्षण
भट्टाचार्य ने केनापारा में लगे हर्बल गुलाल स्टाॅल का भी निरीक्षण किया. उन्होने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बात की. जिस पर महिलाओं ने हर्बल गुलाल बनाने की प्रक्रिया के बारे में उन्हें बताया. उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के कार्यो की सराहना कर निरन्तर अच्छा कार्य करने की शुभकामनाएं देते हुए 2-3 पैकेट हर्बल गुलाल खरीदे.