सरगुजा: संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर यूं तो कई वजहों से खास है. सबसे मुख्य यहां के पर्यटन स्थल हैं. यहां के ऐतिहासिक स्थलों को देखने दूर- दूर से सैलानी पहुंचते हैं. लेकिन अक्सर नए शहर में खाने-पीने की चीजों की सही जानकारी न होने से सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसी ही एक जानकारी हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं. हम आपको यहां की सबसे स्वादिष्ट चाय से रूबरू कराने जा रहे हैं.
बारिश का मौसम हो तो लोग सबसे अधिक जिस चीज को पसंद करते हैं वो है चाय. लेकिन चाय अगर मजेदार ना हो तो पीने वाले का पूरा जायका बिगड़ जाता है. हम आपको अम्बिकापुर के ऐसे चाय वाले के बारे में बता रहे हैं, जिसके चाय के दीवाने बहुत हैं. चाय का स्वाद ऐसा है कि लोग दूर- दूर से इनकी चाय पीने आते हैं. चाय के दीवाने रास्ते में कई दुकान छोड़, गांधी चौक की 'राजा टी स्टाल' में ही चाय पीना पसंद करते हैं.
चुस्की लेने के लिए दूर- दूर से आते हैं लोग चाय की दुकान में अक्सर चाय पीने के लिये इंतजार करना पड़ता है. यहां एक हाफ चाय 10 रुपये, कॉफी 20 रुपये की है. मतलब रेट बाजार से ज्यादा है. बावजूद इसके लोग इन्हीं की चाय पीना पसंद करते हैं. इसकी वजह है इस चाय का स्वाद. इतनी शानदार चाय की लोग ना रेट देखते हैं और ना समय. भले ही इंतजार करना पड़े या फिर अधिक दूरी तय करना पड़े लेकिन लोग चाय पीने तो गांधी चौक ही आते हैं.
15 वर्षों से गांधी चौक में चाय बेच रहे रामनाथ सिंह और उनके बेटे राजा इस गुमटी को चलाते हैं. एक दिन में लगभग 100 लीटर शुद्ध दूध की खपत सिर्फ चाय में हो जाती है. राजा के मुताबिक एक दिन में 500 से अधिक चाय वो बेच लेते हैं. अम्बिकापुर से 40 किलोमीटर दूर बलरामपुर जिले के राजपुर क्षेत्र से इनका दूध आता है. क्योंकि चाय के बेहतर स्वाद के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शुद्ध दूध का होना है.
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चाय के लिये दूध की गुणवत्ता से कोई समझौता नही किया जाता है. जब तक चाय पूरी तरह उबल के तैयार ना हो जाये ये अपने ग्राहकों को चाय नही देते हैं. खराब टेस्ट से उनके ही प्रतिष्ठान की बदनामी होती है. ये दुकानदार ना सिर्फ चाय की गुणवत्ता के लिए जागरूक रहते हैं, बल्कि स्वच्छ भारत के मिशन क्लीन सिटी के लिये पूरी साफ-सफाई रखकर नगर निगम का सहयोग करते हैं. आज से करीब 4 वर्ष पहले जब डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत कैशलेस ट्रांजेक्शन पर बल दिया गया तो सरगुजा की पहली चाय की दुकान यही थी ,जिसने अपनी संस्थान में ऑनलाइन पेमेंट शुरू किया था.
अम्बिकापुर शहर में आलम यह है कि निजी कंपनियों के अलग- अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोग हों या व्यवसायी सब गांधी चौक की चाय के दीवाने हैं. एक दूसरे से मुलाकात का समय लोग गांधी चौक निर्धारित करते हैं. गांधी चौक में सब इसी चाय की दुकान पर इकट्ठा होकर चाय का लुत्फ उठाते हैं. अगर आप भी सरगुजा भ्रमण पर हैं या यहां आने वाले हैं तो बेहतरीन स्वादिष्ट चाय का आनंद लेने के लिये गांधी चौक की इस चाय गुमटी में आकर चाय की चुस्की ले सकते हैं.