सरगुजा:जिले के मैनपाट वनपरिक्षेत्र में 9 हाथियों के दल ने डेरा जमाया हुआ है. ये हाथी भोजन की तलाश में रहवासी इलाकों में जाने लगे हैं. हाथियों के दल की वजह से ग्रामीणों में दहशत का महौल है. मैनपाट क्षेत्र में लगातार हाथी उत्पात मचा रहे हैं.
मैनपाट में भोजन की तलाश में हाथियों ने तोड़े ग्रामीणों के घर
सरगुजा के मैनपाट वनपरिक्षेत्र में 9 हाथियों के दल ने उत्पात मचाया. हाथियों के दल की वजह से ग्रामीणों में दहशत का महौल है.
मैनपाट वनपरिक्षेत्र का तराई क्षेत्र हो या ऊपरी क्षेत्र हो यहां गजराज के उत्पात से ग्रामीण डर के साये में जीने को मजबूर हो गए हैं. मैनपाट वनपरिक्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में हाथियों का दल अनाज की तलाश में रहवासी इलाकों में घुसकर जमकर उत्पात मचा रहे हैं. बुधवार की रात दो इलाकों में हाथियों ने जमकर आतंक मचाया. दल से बिछड़ा एक हाथी ने बरिमा के मजूरतोरई में एक ग्रामीण का मकान तोड़ दिया. ग्रामीणों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचायी.
हाथियों ने जमकर मचाया उत्पात
दूसरी तरफ दल में शामिल 8 हाथियों ने मैनपाट के तराई क्षेत्र ग्राम पेंट के कोरवापारा में जमकर उत्पात मचाया. हाथियों ने 4 मकान तोड़ दिए जिसमें 3 कोरवाओं के मकान शामिल थे. गजराज के दल के उत्पात से परेशान ग्रामीणों ने कड़ाके के ठण्ड के बीच रात गुजारी और अपने परिवार की सुरक्षा की. जब ETV भारत की टीम ने वन विभाग से बात की तो उन्होंने बताया कि हाथियों के उत्पात से जिन ग्रामीणों के मकानों और फसलों को नुकसान हुए है तत्काल उसका मुआवजा तैयार कर ग्रामीणों को दिया जाएगा. वन विभाग ने बताता की दिन में हाथियों का दल रायगढ़ सीमा से लगे जंगल मे चला जाता है और रात में सरगुजा जिले के मैनपाट के रिहायशी इलाकों में आ पहुंचता है. फिलहाल वन विभाग का अमला मैदानी इलाकों में जाकर ग्रामीणों के नुकसान हुए फसलों और मकानों के क्षतिपूर्ति के लिए मुआवजा तैयार करने में जुटा हुआ है.