सरगुजाः जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उर्वरक की पर्याप्त मात्रा और निर्धारित दर पर किसानों को उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. कलेक्टर संजीव झा (Collector Sanjeev Jha) के निर्देश पर राजस्व और कृषि विभाग की संयुक्त टीम (Joint Team of Revenue and Agriculture Department) ने शहर के कई दुकानों पर छापेमारी की. इस दौरान जांच ने उर्वरक दुकानों का निरीक्षण कर खाद की भौतिक सत्यापन भी किया गया. पहले दिन शहरी क्षेत्र के 20 से अधिक दुकानों की गई.
स्टॉक मेंटेन नहीं मिला
जांच के दौरान एक दुकान में स्टॉक शार्ट होने के साथ ही स्टॉक लिस्ट मेंटेन (Stock list maintenance) नहीं होने की जानकारी सामने आई है. जिसपर अधिकारियों ने व्यवसायी पर नाराजगी जाहिर करते हुए, उसे नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उर्वरक दुकानों में बैनर और फ्लैक्स के माध्यम से उर्वरक की उपलब्धता और उसकी कीमत की जानकारी प्रदर्शित करने निर्देश दिए गए. सभी दुकानदारों को तय कीमत पर ही खाद और उर्वरक बेचने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेलर्स (Distributors And Retailers) को निर्देश दिया गया है.
सीजन आते ही कोचिए सक्रिय
खेती-किसानी का सीजन शुरू होने के साथ ही उर्वरक की कमी शुरू हो गई है. उर्वरक की पर्याप्त मात्रा होने के बाद भी निजी उर्वरक दुकानों में स्टॉक खत्म होने का बहाना बनाया जाता है. जिससे बड़ी संख्या में कोचिए सक्रिय हो जाते है. यह कोचिए थोक में उर्वरक खरीदकर उसे दो गुने दाम पर किसानों को बेचकर उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं. पिछले सीजन में भी उर्वरक की कमी की समस्या देखने को मिली थी.
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