सरगुजा:उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग क्षेत्र में युवा नेतृत्व के रूप में युवाओं की खासी भीड़ अपने साथ रखने वाले नेता दानिश रफीक (Congress leader Danish Rafiq) ने जोगी का दामन छोड़ एक बार फिर कांग्रेस में वापसी यानी कि घर वापसी की है. पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी (Former Chief Minister Late Ajit Jogi) के बेहद करीबी रहे दानिश एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस में बेहद तेज तर्राट और युवाओं के लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित थे. साल 2000 से ही दानिश बहुत कम उम्र में ही सरगुजा की राजनीति (Politics of surguja) की मुख्य धुरी में रहे हैं.
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दरअसल, छत्तीसगढ़ में गुटीय समीकरण सदा कांग्रेस के साथ रहा, जिसके कारण अजीत जोगी को कांग्रेस छोडकर नई पार्टी बनानी पड़ी और तब दानिश भी अजीत जोगी के साथ चले गये. अब दानिश की वापसी कांग्रेस में हुई है, लेकिन क्या गुटीय राजनीति के दलदल से दानिश बाहर निकल पायेंगे? इस विषय में ईटीवी भारत ने सरगुजा के युवा नेता दानिश रफीक से खास बातचीत (Special conversation with Surguja youth leader Danish Rafiq) की. आइए जानते हैं कि मौजूदा सियासी परिदृश्य को लेकर दानिश क्या कहते हैं?
सवाल : किस कारण कांग्रेस में वापसी हुई है?
जवाब : दरअसल, अजीत जोगी का सपना था छत्तीसगढ़ियों को साथ लेकर चलने का. इस सपने को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर दिखाया है. उन्होंने स्थानीय लोगों के हित में काम किये हैं. किसानों का कर्ज माफी सहित घोषणा पत्र के 35 में से 25 बिंदुओं पर काम किया है, जिससे प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस में वापसी की है.
सवाल : एनएसयूआई के ब्लॉक महामंत्री से सफर शुरू हुआ, युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव तक रहे, अब दूसरी पारी में अपने आप को संगठन में कहां देखते हैं?
जवाब : अजीत जोगी से पारिवारिक संबंध होने के कारण उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर हम उनके साथ गये थे. 17 साल कांग्रेस में रहा हूं, आज अजीत जोगी नहीं हैं, लेकिन उनके विचार आज भी जिंदा हैं... उन्हीं विचारों को भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) आगे ले जा रहे हैं. इसलिए कांग्रेस में वापसी हुई है. रही बात पद की तो काफी बड़े-बड़े पदों पर रहा हू.. पद की लालसा नहीं है, जो जिम्मेदारी दी जाएगी उसे पूरी निष्ठा से निभाउंगा.