सरगुजा:अंबिकापुर से दुर्ग तक जाने और आने वाली ट्रेन शुरू कर दी गई है. 5 सितंबर से इस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया है. लेकिन खास बात ये है की कोरोना काल में इस ट्रेन से यात्रा करना उतना आसान नहीं है जितना की आम दिनों में हुआ करता था. ट्रेन के समय को बदल दिया गया है. इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए हैं.
सिर्फ यात्रियों को ही स्टेशन के अंदर जाने की अनुमति
अंबिकापुर स्टेशन में यात्रियों की कड़ी जांच ETV भारत ने अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल में चल रही इस ट्रेन की वजह से चल रही गतिविधियों का जायजा लिया. इस दौरान इस बात का पता चला कि फिलहाल रेलवे स्टेशन के अंदर किसी को जाने की अनुमति नहीं है. सिर्फ वही पैसेंजर रेलवे स्टेशन के अंदर जा सकता है, जिसने यात्रा के लिये सीट रिजर्व कराई है. किसी भी पैसेंजर को छोड़ने या लेने आने वाले उनके परिजनों को स्टेशन के बाहर ही इंतजार करना होता है.
जनरल टिकट में भी आरक्षण अनिवार्य
रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रेलवे के अधिकारी, RPF स्टाफ प्लेटफॉर्म पर कड़ी निगरानी में होते हैं, इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भी यहां एक काउंटर बनाकर हर आने जाने वाले पैसेंजर्स की जांच कर रही हैं. थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ यहां पैसेंजर्स की आइडेंटिटी भी चेक की जा रही है. बड़ी बात ये है की इस ट्रेन में अब कोई भी व्यक्ति ट्रेन छूटने से पहले जनरल टिकट लेकर नहीं बैठ सकता और न ही उसे ट्रेन में TTE से टिकट लेने की सुविधा मिल रही है. कोरोना महामारी की वजह से हुए नियमों में बदलाव की वजह से इस ट्रेन में जनरल सीट में बैठने के लिये भी समय रहते आरक्षण कराना आवश्यक है. अगर यात्री ने किसी भी प्रकार का आरक्षण नहीं कराया है तो वह इस ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकता है.
ट्रेन डिपार्चर के डेढ़ घंटे पहले पहुंचना होगा स्टेशन
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पर सतर्कता जांच अंबिकापुर से दुर्ग जाने वाली गाड़ी हर रोज रात 10:30 बजे अंबिकापुर से छूटती है. जबकि आम दिनों में इसका डिपार्चर टाइम रात 9:35 बजे था. ट्रेन में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के लिए सबसे जरूरी यह जानना है की ट्रेन छूटने से डेढ़ घंटे पहले से ही स्टेशन में एंट्री शुरू की जाती है, और निश्चित समय के बाद एंट्री बंद कर दी जाती है, क्योंकी सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ 6 फिट की दूरी में लाइन लगाकर पैसेंजर्स को जांच की प्रक्रिया से गुजरना होता है, इसलिए रेलवे ने सभी पैसेंजर्स को ट्रेन के डिपार्चर टाइम से डेढ़ घंटे पहले स्टेशन आने का टाइम दिया हुआ है, रेलवे और RPF के अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी यहां 5 सितंबर से अपनी डयूटी कर रही है. सुबह-शाम 2 शिफ्ट में स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी यहां लगाई जाती है, जो हर पैसेंजर्स की जांच करते हैं लेकिन अच्छी बात ये है की अब तक रेलवे स्टेशन पर आने वाला एक भी व्यक्ति संदिग्ध नहीं पाया गया है.
स्टेशन के अंदर सिर्फ यात्रियों को अनुमति