Chhattisgarh Ambikapur Constituency: अंबिकापुर विधानसभा का रण, बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रवाल के चुनाव लड़ने पर टीएस सिंहदेव ने कहा- यह कोई नया नाम नहीं
BJP Candidate Takes Blessings Of TS Singhdeo अंबिकापुर में टीएस सिंहदेव के सामने भाजपा ने राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है. भाजपा से टिकट मिलते ही राजेश अग्रवाल ने दावा किया कि अंबिकापुर में किसी भी तरह की कोई चुनौती नहीं है. क्योंकि सिटिंग एमएलए टीएस सिंहदेव वैसे ही जनता से दूर हैं. इधर टीएस सिंहदेव ने भाजपा की चुनाई को हवा हवाई बताते हुए अंबिकापुर को कांग्रेस का गढ़ बताया. Chhattisgarh Ambikapur Constituency
अंबिकापुर:छत्तीसगढ़ में हाईप्रोफाइल अंबिकापुर विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला है. भाजपा ने टीएस सिंहदेव के खिलाफ राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है. यह घोषणा छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की चौथी और अंतिम सूची में की गई.
बीजेपी ने चुना अच्छा प्रत्याशी :टीएस सिंह देव का कहना है कि 'राजेश अग्रवाल के नाम पर काफी समय से विचार चल रहा था. जिस तरह से वह अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे थे, उससे उन्हें ये आश्वासन मिल गया होगा कि वह ही आगामी चुनाव लड़ेंगे. सिंहदेव ने कहा कि यह हमारे लिए कोई नया नाम नहीं है. राजेश अग्रवाल लखनपुर से हैं और वह पहले कांग्रेस में थे. सिंहदेव ने कहा कि अंबिकापुर कांग्रेस से जुड़ा क्षेत्र है, इसलिए पार्टी को बढ़ावा मिलेगा.
''यह हमारे लिए कोई नया नाम नहीं है. राजेश अग्रवाल लखनपुर से हैं और वह पहले कांग्रेस में थे.अगर कोई और उम्मीदवार भी होता तो भी लड़ाई होती. मैं किसी को छोटा या ऊंचा नहीं मानता.मतदाताओं के लिए यह तय करना आसान होगा कि कौन उनके लिए बेहतर काम कर सकता है, वह जिसे वे पहले ही काम करते देख चुके हैं या कोई नया चेहरा. '' टीएस सिंहदेव, कांग्रेस प्रत्याशी अंबिकापुर
राजेश अग्रवाल ने किया जीत का दावा :अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र में सिंहदेव के प्रतिद्वंद्वी बीजेपी नेता राजेश अग्रवाल ने भी बीजेपी की जीत का दावा किया. राजेश अग्रवाल की माने तो अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने वर्तमान विधायक टीएस सिंह देव से दूरी महसूस की है. राजेश अग्रवाल की माने तो सिंहदेव ने पिछले 5 साल से खुद को लोगों से दूर कर लिया है. वर्तमान अंबिकापुर विधायक ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का आश्वासन दिया था जो पूरा नहीं हुआ. महिला स्वयं सहायता समूह का ऋण माफी का आश्वासन भी पूरा नहीं हुआ. पेंशन राशि 350 से बढ़ाकर 1000 करने का वादा भी पूरा नहीं किया गया.
"हम विजयी होने के प्रति 100 प्रतिशत आश्वस्त हैं. क्योंकि पिछले पांच वर्षों से हमारी पार्टी, पार्टी कार्यकर्ता और मैंने हमेशा विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से लोगों की मांगों को उठाया है. हम लोगों के साथ लगातार संपर्क में हैं, जबकि वर्तमान कांग्रेस विधायक टीएस सिंह देव लोगों से दूर हो गए, जिसके कारण लोगों में उनके प्रति नाराजगी और निराशा है.'' राजेश अग्रवाल, बीजेपी प्रत्याशी, अंबिकापुर
आगामी चुनाव में सिंहदेव चुनौती नहीं :टीएस सिंह देव के करीबी होने पर राजेश अग्रवाल ने कहा, ''हमें करीबी नहीं माना जाता, हम पहले करीबी हुआ करते थे, मैं अब बीजेपी का हिस्सा हूं और मेरा पिछले छह वर्षों से किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं है. भाजपा ने मुझे यह अवसर दिया है जिसके लिए मैं वास्तव में आभारी हूं." भाजपा उम्मीदवार ने दावा किया कि आगामी चुनाव में कोई चुनौती नहीं होगी क्योंकि भाजपा पिछले पांच वर्षों से इसके लिए तैयार है.
अंबिकापुर विधानसभा का रण
दो प्रतिद्वंदियों का हुआ आमना-सामना :आपको बता दें कि कलेक्टोरेट के बाहर टीएस सिंहदेव अपने परिवार के साथ शुभ मुहूर्त और सीएम भूपेश बघेल का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच वहां बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रवाल भी पहुंच गए.इस दौरान राजेश अग्रवाल ने टीएस सिंहदेव का पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
कब होंगे अंबिकापुर में चुनाव ? :छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में अंबिकापुर विधानसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट है. इस बार यहां दिलचस्प मुकाबला है. दरअसल भाजपा ने टीएस सिंह देव के खिलाफ राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है. यह घोषणा छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की चौथी और अंतिम सूची में की गई. छत्तीसगढ़ की 20 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा. 7 नवंबर को पहले चरण के मतदान के बाद, राज्य की शेष 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा और राज्य के दोनों प्रमुख दावेदारों, भाजपा और कांग्रेस ने राज्य में सभी 90 उम्मीदवारों की अपनी अंतिम सूची जारी कर दी है.