अंबिकापुर:छठ पूजा पर फलों की डिमांड बढ़ जाती है. इस बार भी छठ पूजा पर फ्रूट मार्केट फलों से भरा है. त्योहार पर फलों की मांग ज्यादा होने से कीमतों में भी उछाल आया है. बाजार में इस बार सबसे ज्यादा मांग फलों में गन्ने और सीताफल की है. छठ पूजा में गन्ने और सीताफल की खास जरुरत होती है. लोकल मार्केट में इस बार सीताफल जहां 60 रुपए किलो बिक रहा है तो वहीं सामान्य गन्ना 3 से 4 रुपए और लाल गन्ना 8 से 10 रुपए पीस मिल रहा है.
छठ पर घाटों पर लगेगा आस्था का मेला, छठ पूजा 2023 पर बढ़ी फलों की डिमांड - छठ पूजा पर बढ़ी फलों की कीमतें
छठ पूजा को लेकर पूरा छत्तीसगढ़ भक्ति भाव में डूबा है. लोग पर्व के लिए फलों की खरीदारी कर रहे हैं. छठ में डिमांड बढ़ने से फलों की कीमतें दो से तीन गुना तक बढ़ गई हैं. सीताफल का रेट 60 रुपए किलो तक पहुंच गया है.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Nov 19, 2023, 2:52 PM IST
|Updated : Nov 19, 2023, 4:30 PM IST
फलों की बढ़ी डिमांड, कीमतों में उछाल: अंबिकापुर में फलों का सबसे बड़ा मार्केट गुदरी बाजार में लगता है. सड़क किनारे लगने वाले फलों की इस मंडी में सीताफल से लेकर गन्ना तक मिल रहा है. त्योहार के मौसम में डिमांड ज्यादा होने से हर फल की कीमत इस बार दो से तीन गुना ज्यादा बढ़ गई है. सूर्य उपासना के महापर्व की तैयारी के लिए तालाब और नदी के घाटों को सजा दिया गया है. सामाजिक समितियों ने घाटों की साफ सफाई भी कर दी है. अस्ताचल सूर्य को आज छठ व्रती अर्घ्य देंगी. छठ पूजा को देखते हुए घाटों और तालाबों पर सुरक्षा के खास इंतजाम भी किए गए हैं. शहर में जिन जगहों पर आज पूजा के लिए घाट बनाए गए हैं. उन घाटों से लगे इलाकों में अगल से गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है.
अस्ताचल सूर्य को देंगे अर्घ्य: आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारियां दीपावली के बाद से ही शुरु हो जाती हैं. नहाए खाए से शुरु होने वाला ये त्योहार चार दिनों तक चलता है. पर्व का समापन उगते भास्कर को अर्घ्य देने के साथ खत्म होता है. अर्घ्य देने के बाद छठ व्रती महिलाएं प्रसाद बांटती हैं फिर पारण किया जाता है. छठ पूजा जो कभी उत्तर भारतीयों का त्योहार माना जाता था. अब छठ पूजा देश के कोने कोने में मनाया जाने लगा है.