सरगुजा: भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के संबंध में तैयारी पूरी की जा चुकी हैं. इस संबंध में सरगुजा संभाग स्तरीय कोर कमेटी, समन्वय समिति तथा भाजपा सरगुजा जिला कार्यसमिति साथ ही अंबिकापुर के पार्षदों की बैठक कर दिशा निर्देश दिये गये थे. सभी को बैठक के लिये जिम्मेदारियां सौंपी गई है.
सरगुजा संभाग प्रभारी ने दी जानकारी: भाजपा सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि "20 और 21 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति बैठक अंबिकापुर में होगी, साथ ही 21 जनवरी को जनजातीय सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.सरगुजा संभाग के सभी जिलों से आए भाजपा पदाधिकारी एवं वरिष्ठ जनों के साथ कार्यक्रम से संबंधित उन्होंने चर्चा विमर्श किया और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये हैं."
भाजपा के बड़े चेहरों का लगेगा जमावड़ा:इस बैठक में अजय जामवाल, पवन साय, रमन सिंह समेत कई बड़े चेहरे मंत्री, पूर्व मंत्री भी शामिल होंगे. बड़ी बात यह है की बैठक के अन्तिम दिन जनजातीय अधिकार सम्मेलन रखा गया है. इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में जनजातीय समाज के लोगों के जुटने की संभावना है. चुनावी वर्ष में सरगुजा में कार्यसमिति और यह सम्मेलन भाजपा के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है.
sarguja latest news: अंबिकापुर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक, 21 जनवरी को जनजातीय अधिकार महासम्मेलन - भाजपा सरगुजा जिला कार्यसमिति
चुनावी वर्ष शुरू होते ही राजनीतिक दलों में सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं. भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक सरगुजा में करने जा रही है. साथ ही जनजातीय अधिकार सम्मेलन के जरिये जनजातीय वर्ग को साधने की कोशिश भाजपा कर रही है. सरगुजा से शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी इस आयोजन को देखा जा रहा है.
"हमारे लिए सभी 90 विधानसभा सीट महत्वपूर्ण":भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि "हम सभी 90 सीटों पर लक्ष्य बनाकर हर वर्ग के बीच में जाकर पार्टी के विस्तार का काम मजबूती से कर रहे हैं. इस बार अंबिकापुर में बैठक निर्धारित की गई है. अंबिकापुर में उत्साह के साथ बैठक की व्यवस्था और तैयारी में लगे हुए हैं.
जनजातीय सम्मेलन में हजारों लोगों के जुटने की उम्मीद:20 और 21 जनवरी को भाजपा कार्यसमिति की बैठक में 2 दिनों तक मंथन किया जाएगा. इसके साथ ही 21 जनवरी को दोपहर में भाजपा जनजातीय सम्मेलन करने जा रही है. भाजपा उम्मीद कर रही हैं कि इस सम्मेलन में 50 हजार से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है. इसके साथ ही प्रदेश में चल रहे धर्मांतरण और आरक्षण संबंधित मुद्दों पर सम्मेलन में चर्चा की जाएगी.