अंबिकापुर: मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर संसद में चर्चा जारी है. बीते कल राहुल गांधी ने अपने भाषण में मणिपुर मामले और अडानी को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल के आरोपों पर जवाब देने केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने मोर्चा संभाला और राहुल पर आरोपों की बौछार कर दी थी. जिसके बाद से दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर हमलावर हैं. स्मृति ईरानी के आरोपों पर सीतापुर के कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने करारा तंज कसा है.
कोल ब्लॉक देने को लेकर बोला हमला: स्मृति इरानी ने बुधवार को सदन में छत्तीसगढ़ में अडानी को कोल ब्लॉक देने को लेकर कटाक्ष किया था. जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्मृति ईरानी और भाजपा नेताओं को झूठा बताया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, "छत्तीसगढ़ सरकार ने अदानी या अन्य पॉवर प्लांटों को कोल ब्लॉक के लिए जमीन नहीं दी. कोल ब्लॉक केंद्र सरकार आबंटित करती है. राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश सरकार को आबंटन केंद्र ने दिया है. पहले तो इसमें राज्य सरकार की सलाह भी ली जाती थी, अब नया एमएमडीआर एक्ट आया है. इसके बाद सलाह लेने की भी जरूरत नहीं है."
"स्मृति इरानी को गांधी परिवार का फोबिया हो गया है. हमने कहां जमीनें दी हैं? कोयला खदान का आबंटन राजस्थान सरकार को किया गया. यहां को कोल ब्लॉक आबंटन का कार्य केंद्र सरकार ने किया है. यह मिथ्या आरोप है. हमने कोई जमीन नहीं दी है. जितने भी मेजर मिनरल हैं, केंद्र सरकार के अधीन हैं." - भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
स्मृति इरानी पर साधा निशाना: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा, "प्रदेश में भाजपा के शासनकाल में लेमरू के 400 वर्ग किलोमीटर में कोल ब्लॉक की अनुमति आई थी, उसको भी नोटिफाइड नहीं किया था. हमने 1995 वर्ग किलोमीटर को नोटिफाई किया है. इस क्षेत्र में भारत सरकार ने कोल ब्लॉक के लिए लिस्टिंग की थी, इसका विरोध किया है. हमने सुप्रीम कोर्ट में भी शपथ पत्र दिया है कि इस क्षेत्र में कोल ब्लॉक की स्वीकृति न दी जाए. यह बायो डायवर्सिटी के लिए उपयुक्त नहीं है. हमने कोर्ट में लिखित में दिया है. अब इसमें स्मृति इरानी झूठ बोल रही हैं, तो क्या कर सकते हैं."