सरगुजा: एक बार फिर देश भर की नगरीय निकायों में स्वच्छता सर्वेक्षण होनी है. कभी भी केंद्रीय टीम गुप्त तरीके से आपके शहर में आ कर सर्वेक्षण करेगी और उसी के आधार पर स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग तय की जायेगी. इस बार अम्बिकापुर ने नई कवायद की है. कचरे से शहर को सजाने की कवायद की जा रही है. एसएलआरएम सेंटरों में आने वाले कचरे का रियूज कर शहर को सजाया जा रहा है. इसके साथ ही हर चौक चौराहों पर ऐसी लाइटिंग की गई है. मानो दीवाली के लिए शहर सजाया गया हो.
Ambikapur new cleanliness model: अंबिकापुर में कचरे से तैयार हो रहा कंचन, जानिए कैसे ? - अंबिकापुर में waste से best
स्वच्छता का मॉडल प्रस्तुत करने वाला अम्बिकापुर एक बार फिर सर्वेक्षण की कसौटी पर खरा उतरने की कवायद (Best from Waste Material in Ambikapur) में जुट गया है. यहां कचरे से नए सजावटी वस्तु तैयार कर शहर को सजाया (Ambikapur new cleanliness model) जा रहा है. कचरे के रियूज का उदाहरण पेश कर अम्बिकापुर सर्वेक्षण में अपने नंबर बढ़ाने की दिशा में अग्रसर है.
स्वच्छता दीदियों की अहम भूमिका:अंबिकापुर शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में नंबर वन बनाने स्वच्छता दीदियों की अहम भूमिका रही है. पूरे शहर से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर स्वच्छता दीदियों ने अंबिकापुर शहर को देशभर में स्वच्छता के क्षेत्र में अलग पहचान दिलाई है. वहीं स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में अंबिकापुर शहर को नंबर वन बनाने नगर निगम अंबिकापुर अब शहर की सुंदरता पर भी ध्यान दे रहा है.
शहर को सुंदर बनाने की अपील: नगर निगम शहर के विभिन्न चौक चौराहों सहित कई मार्गों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजा रहा है. जिससे अंबिकापुर शहर रात के अंधेरों में भी खूबसूरत दिखे. नगर निगम आयुक्त ने बताया कि अंबिकापुर शहर की सुंदरता को नुकसान पहुंचाने वालों पर एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा. नगर निगम कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरतने पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है. इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम आयुक्त ने अपील कर लोगों से भी सहयोग की मांग की. साथ ही सौंदर्यीकरण को बरकरार रखने की अपील भी की है.