सरगुज़ा : स्वच्छता सर्वेक्षण में देशभर में अपना दबदबा कायम रखने के बाद नगर निगम अम्बिकापुर ने फिर से सर्वेक्षण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने अधिकारियों की बैठक लेकर शहर में साफ-सफाई व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि शहर में अनावश्यक रूप से कचरा और प्लास्टिक फेंकने वालों पर अब कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.
प्रतिबंध के बाद भी प्लास्टिक बेचने और प्लास्टिक कचरा शहर में फेंकने वालों से निगम की राजस्व टीम जुर्माना वसूल करेगी. इसके साथ ही लोगों को समझाइश भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी एसएलआरएम सेंटरों की मरम्मत किया जाए और सार्वजनिक शौचालयों की भी सफाई और मरम्मत कराई जाए. उन्होंने कहा कि नालियों में गंदगी के कारण जलजमाव हो रहा है. इसलिए नालियों की भी सफाई की जाए.
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2021 की तैयारियां शुरू
देशभर में फिर से स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारियां शुरू कर दी गई है. इस बार निगम को और भी नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. निगम की तैयारियों और सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी शहर का निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं.
अंबिकापुर नगर निगम के नाम कई उपलब्धियां
- SLRM सेंटर प्रोजेक्ट के कारण नगर निगम को 2015-16 में स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया.
- 2017 में 2 लाख की आबादी में प्रथम और देश में 15वां स्थान मिला था.
- 2017 में नगर निगम की स्वच्छता दीदियों को स्वच्छता ही सेवा अवार्ड, यूनाइटेड नेशन थ्री, आर फोरम अवार्ड, वी रामचंद्रन अवार्ड मिल चुका है.
- 2018 में नगर निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में 2 लाख की आबादी में प्रथम और देश में 11वां रैंक मिला था.
- 2019 में देश में दूसरा और बेस्ट प्रैक्टिस और इनोवेशन के लिए प्रथम स्थान, 5 स्टार रेटिंग मिल चुका है.
- 2020 के स्वच्छता सर्वेक्षण में स्टार रेटिंग में अम्बिकापुर नगर निगम को 5 स्टार मिले हैं. वहीं 10 लाख की आबादी वाले शहरों में अम्बिकापुर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
- 2021 के लिये अम्बिकापुर की चुनौती भी उतनी ही बड़ी है, जिसकी तैयारियां शूरू हो चुकी हैं.