सरगुजा :कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वाले पार्षद के पिता का गुरुवार को शहर में अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार के दौरान कलेक्टर के निर्देश पर गठित टास्क फोर्स की टीम वहां मौजूद रही. यह पहला मामला है जब कोरोना से मौत के बाद किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार शहर में ही किया गया है. इस दौरान मृतक के गिने-चुने परिजन ही घाट पर मौजूद रहे और उन्हें भी PPE किट पहनकर ही अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत दी गई.
दरअसल शहर के दर्रीपारा में रहने वाले पार्षद के पिता की तबियत खराब होने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, यहां उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें इलाज के लिए रायपुर एम्स रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज के दौरान 3 और 4 अगस्त को लगातार दो हार्ट अटैक आने से कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई थी.
रायपुर में किया जाता था कोरोना पॉजिटिव मरीज के शव का अंतिम संस्कार
आम तौर पर कोरोना से मौत के बाद अब तक शवों का रायपुर में ही अंतिम संस्कार किया जाता था और इसमें परिवार के कुछ सदस्यों को ही PPE किट के साथ शामिल होने की अनुमति होती थी, लेकिन अब शासन की ओर से नियमों में कुछ परिवर्तन किए गए हैं. जिसके तहत शवों को रायपुर से उनके गृह जिले को सुपुर्द कर दिया जाता है.
PPE किट पहनकर दी गई शव को मुखाग्नि
रायपुर एम्स में हुई मौत के बाद उनके शव को लेने परिजन के साथ ही जिला प्रशासन की टीम भी रायपुर गई थी, जो देर रात वापस सरगुजा लौटे थे. जिसके बाद गुरुवार को गंगापुर स्थित मुक्तिधाम में मृतक के कुछ परिजनों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिजन को PPE किट के साथ सिर्फ दूर से शव को देखने की अनुमति दी गई थी. परिवार के सदस्यों ने भी PPE किट पहनकर शव को मुखाग्नि दी.
सरगुजा में कोरोना से मौत का दूसरा मामला