रायपुरः प्रदेश में तीन दिवसीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने आज संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत आयोजन स्थल पहुंचे. जहां उन्होंने पूरे आयोजन स्थल का निरीक्षण (Inspection) किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता प्रवीण कुमार सिंह से उनसे खास बातचीत की. जिसमें संस्कृति मंत्री (Culture Minister) ने आयोजन को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब भी दिया. आप भी जानिए क्या कहा अमरजीत भगत ने?
जवाब : 3 दिनों तक यहां आदिवासी नृत्य का झलक देखने को मिलेगा. नाचेगी आदिवासी संस्कृति, झूमेगा आदिवासी का मांढर और कर्मा. पूरा छत्तीसगढ़ इसका लुफ्त उठाएगा.
सवाल: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आप के कंधे पर देश ही नहीं, विदेश के आदिवासियों को नाचने का जिम्मा सौंपा है. इससे किस तरह से आप आदिवासी संस्कृति को प्रोत्साहित करेंगे?
जवाब: संस्कृति में ही वह ताकत है जो सब को जोड़ने, सब को एक मंच पर लाने का काम कर सकती है. चाहे वह पक्ष हो या विपक्ष, सभी लोगों को थिरकने के लिए मजबूर करती है. पिछली बार का आयोजन आपने देखा है कि किस प्रकार से राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश के पक्ष-विपक्ष, सभी एक मंच पर नाचते-झूमते नजर आए थे. यह ताकत का बल संस्कृति में है.
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