कोविड के बाद छत्तीसगढ़िया हो गए हाईटेक, शहर से लेकर ग्रामीण भी कर रहे ऑनलाइन पेमेंट
Increase in mobile banking in Chhattisgarh: कोरोना काल के बाद से छत्तीसगढ़ के शहरों और गांवों में भुगतान का तरीका काफी हाईटेक हो गया है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना काल से डिजिटल लेनदेन का चलन बढ़ा
रायपुर:कोरोना काल से डिजिटल लेनदेन का चलन तेजी से बढ़ा है. डिजिटल लेनदेन से लोगों को काफी सहूलियत मिली है. लोग आपस में संपर्क किए बिना ही आसानी से एक दूसरे को भुगतान कर रहे हैं. मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर या फिर एटीएम कार्ड के जरिये भुगतान बढ़ा है. राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलवीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में एटीएम धारकों की संख्या 2.74 करोड़ पहुंच चुकी है. प्रदेश में सबसे बड़ी उछाल क्यूआर कोड की संख्या में आई है.
शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिजिटल भुगतान:बैंकिंग अधिकारियों की मानें तो कोरोना काल के बाद से बाजारों में लेन-देन का तरीका बदल गया है. शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिजिटल भुगतान किया जा रहा है. जिसके चलते आंकड़ों में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है. एटीएम कार्ड के अलावा मोबाइल बैंकिंग और पीओएस मशीन का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में डिजिटल भुगतान के और भी असर छत्तीसगढ़ में देखने को मिलेंगे.
छत्तीसगढ़ में मोबाइल बैंकिंग में भारी उछाल:राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की रिपोर्ट की माने तो मोबाइल बैंकिंग में भी भारी उछाल देखने को मिली है, राज्य में 34 फीसदी मोबाइल बैंकिंग में बढ़ोतरी हुई है. सितंबर 2021 में मोबाइल बैंकिंग की संख्या 3826317 थी. दिसंबर 2021 तक यह संख्या बढ़कर 51 लाख 62 हजार 669 हो गई. इन आंकड़ों पर गौर करें तो मोबाइल बैंकिंग की संख्या में 34 पीस दी की उछाल देखने को मिल रही है. इसके साथ ही इंटरनेट बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड उपयोग करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.
डिजिटल भुगतान में बढ़ोतरी:राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के विजय रायकवाड़ ने बताया 'कि प्रदेश भर में एटीएम कार्ड क्यूआर कोड मोबाइल बैंकिंग की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है. कोविड के बाद ज्यादातर लोगों ने डिजिटल तरीके से भुगतान करने में रुचि दिखाई है. आम लोगों को सहूलियत मिल सके, इसके लिए बैंकों ने भी अपनी ओर से बेहतर काम किया है, जो सराहनीय है'.
डिजिटल भुगतान से कारोबारियों को भी फायदा:सराफा व्यापारी शिशिर जैन ने बताया कि 'कोविड के बाद से ऑनलाइन पेमेंट का जरिया बहुत ज्यादा बढ़ चुका है. इससे व्यापारियों को भी फायदा हो रहा है. पेटीएम, फोन पे, गूगल के माध्यम से भुगतान हो रहा है. इससे हम लोगों को बहुत राहत मिल रहा हैं. क्योंकि हमें कैश लेकर बैंक जाना होता था. घंटों लाइन में खड़े होते थे. चोरी का भी डर बना रहता था, लेकिन डिजिटल भुगतान होने से सीधे हमारे अकाउंट पर आ जाता है. अब हमें बैंक जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती. कोविड के बाद से ज्यादातर लोग डिजिटल भुगतान पर ही जोर दे रहे हैं'.
छत्तीसगढ़ के शहर से लेकर गांव तक डिजिटल पेमेंट: छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर परवानी ने बताया कि 'कोरोना काल में डिजिटल भुगतान की संख्या में जबरदस्त इजाफा दर्ज किया गया है. शहर से लेकर गांव तक लोग क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं. हर छोटी बड़ी दुकानों में अब ऑनलाइन पेमेंट हो रहे हैं. इससे ना केवल ग्राहकों को फायदा हो रहा है, बल्कि व्यापारियों को भी इसका लाभ मिल रहा है'.माध्यम सितंबर 2021 - दिसम्बर 2021 - इजाफा - प्रतिशतयूपीआई - 6801055 - 7403930 - 602875 - 8.85 फीसदी क्यूआर कोड - 43411 - 406096 - 362685 - 835.47 फीसदी मोबाइल बैंकिंग - 3826317 - 5162669 - 1336352 - 34.94 फीसदी पीओएस मशीन - 50582 - 61138 - 10556 - 20.87 फीसदी
Last Updated : Mar 31, 2022, 2:29 PM IST