रायपुर : राजधानी समेत दूसरी जगह पर लगभग 1 महीने पहले नींबू के दाम आसमान छूने लगे थे. अब तापमान बढ़ने के साथ टमाटर की पैदावार कम हो गई है. इस वजह से टमाटर के चिल्लर दाम 4 से 5 गुना बढ़कर 50 रुपए से 60 रुपए प्रति किलो हो गए हैं. इसका असर रसोई के बजट पर भी पड़ने (Tomato crop affected due to rise in temperature) लगा है. टमाटर के दाम बढ़ने के कारण लोग कम मात्रा में टमाटर की खरीदी कर रहे हैं. कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि तापमान बढ़ने के साथ ही इसका सीधा असर टमाटर की फसल पर पड़ता है.
टमाटर के लिए कौन सा मौसम उत्तम : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक घनश्याम दास साहू ने बताया कि ''टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त समय ठंड का सीजन हो जाता है. इस समय अधिकतम तापमान 27 डिग्री से 35 डिग्री के आसपास होता है. यह टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त होता है. लेकिन 35 डिग्री से अधिक तापमान होने पर टमाटर की फसल पर फल और फूल नहीं लगते. जिसके कारण टमाटर की खेती प्रभावित होती है और बाजार में इसके दाम भी 4 से 5 गुना बढ़ गए हैं.''
टमाटर की पैदावार हुई कम :छत्तीसगढ़ के किसान भी अब साल में 12 महीने टमाटर की खेती कर रहे हैं लेकिन अप्रैल-मई और जून के महीने में अधिकतम तापमान 35 डिग्री से अधिक होने के कारण इसका सीधा असर टमाटर की खेती पर पड़ता है. जिसके कारण फल और फूल नहीं लगते और पैदावार भी कम हो जाती है.