रायपुर/अभनपुर:कोविड के दौरान ड्यूटी के लिए अभनपुर के शिक्षकों की सूची जारी हुई है. लिस्ट जारी होते ही शिक्षक परेशान हो गए हैं. उनका कहना है कि उन्हें इस काम का कोई अनुभव नहीं है और न कोई प्रशिक्षण उन्हें दिया गया है. बढ़ते संक्रमण के बीच सर्वे का काम करना जान जोखिम में डालने के समान है. कुछ दिन पहले ही एक शिक्षक की कोरोना से मौत होने के बाद वे ड्यूटी को लेकर डरे हुए हैं.
पढ़ें-अंबिकापुर सेंट्रल जेल में कोविड-19 की जांच के लिए लगाया गया कैंप
अभनपुर में तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. इसे देखते हुए शिक्षकों की ड्यूटी कोविड कार्य में लगाई गई है. ड्यूटी लगने से शिक्षक काफी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही शिक्षक दीपक टंडन को सुरहोली विकासखंड के बेरला में स्कूल के काम के लिए बुलाया गया था. 5 सितंबर को दीपक ड्यूटी पर गए थे, लेकिन इस दौरान वे बीमार हो गए. खांसी ठीक नहीं होने पर उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. जांच के बाद वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद उन्हें रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ दिन बाद उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. शिक्षक की मौत के बाद से क्षेत्र में सभी शिक्षकों के 50 लाख का बीमा कराए जाने की मांग तेज हो गई.
ड्यूटी की लिस्ट जारी होने के बाद सभी शिक्षकों ने एसडीएम, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी को एक आवेदन सौंपा है, जिसमें उन्होंने 50 लाख रुपये का बीमा और ड्यूटी के दौरान कोई भी घटना होने पर उसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन को लेने की बात कही है. शिक्षकों ने मृत शिक्षक के परिवार को बीमा की राशि दिए जाने की मांग की है.