रायपुर:कोरोना काल में देशभर में व्यापार और कारोबार प्रभावित हुआ है. छत्तीसगढ़ की अगर बात करें तो यहां भी कई व्यवसायी मंदी की मार झेल रहे हैं. सरकार ने अनलॉक के साथ ही कई नियमों के तहत बहुत से सेक्टरों को छूट दे दी थी, बावजूद इसके पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमाई ठप है. कोरोना संक्रमण के डर से लोग ऐसी जगहों पर जाने से बच रहे हैं, जहां संक्रमण का खतरा अधिक हो. बात करें अगर ऑटो रिक्शा चालकों की, तो इनकी कमाई पिछले 4 महीनों से न के बराबर है. छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में बस और ऑटो के संचालन को मंंजूरी तो दे दी है, लेकिन लोग अब भी अपने वाहनों का उपयोग ही ज्यादा कर रहे हैं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बच रहे हैं.
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4 महीने से कोरोना संक्रमण की वजह से ऑटो चालकों को आर्थिक मंदी से गुजरना पड़ रहा है. इस महामारी काल में परिवार और घर-गृहस्थी चलाने में उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. स्कूल-कॉलेज बंद होने की वजह से उनकी कमाई का जरिया भी बंद हो गया है. अनलॉक में ऑटो चालकों को सरकार के दिए हुए नियमों को ध्यान में रखते हुए ऑटो चलाने की परमिशन दी गई. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की वजह से वे ज्यादा सवारी नहीं बैठा सकते हैं, जिससे सिर्फ ऑटो के पेट्रोल-डीजल का खर्च ही निकल पा रहा है.
छत्तीसगढ़ में ऑटो चालकों के लिए नियम
- ऑटो में दो या तीन व्यक्तियों के बैठने की ही अनुमति.
- ऑटो चालक को वाहन सैनिटाइज करना अनिवार्य है.
- ऑटो चालक को मास्क पहनना अनिवार्य है.
- सवारी और ऑटो चालक के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना.
- ऑटो में सैनिटाइजर रखना अनिवार्य.