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Birgaon Municipal Corporation elections 2021: रायपुर में भाजपा नेताओं का मौन व्रत, जानिए वजह

बिरगांव नगर निगम चुनाव 2021 (Birgaon Municipal Corporation elections 2021) में सियासी रस्साकशी का दौर जारी है. राजधानी रायपुर में भाजपा नेताओं ने 2 घंटे (Silent fast of BJP leaders) की लिए धरना दिया. खास बात ये रही कि भाजपा नेताओं ने 2 घंटे के लिए मौन व्रत रखा. आइये जानते हैं भाजपा नेताओं के मौन व्रत की आखिर क्या वजह है.

Birgaon Municipal Corporation elections 2021
रायपुर में भाजपा नेताओं का मौन व्रत

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Published : Dec 16, 2021, 6:11 PM IST

Updated : Dec 16, 2021, 10:39 PM IST

रायपुर: राजधानी रायपुर के कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने भाजपा वरिष्ठ नेता राजेश मूणत (BJP senior leader Rajesh Munat) , पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर (Former Minister Ajay Chandrakar), रायपुर बीजेपी जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी (Raipur BJP District President Srichand Sundrani) 2 घंटे के लिए धरने पर बैठे.भाजपा नेताओं ने बताया कि वे बिरगांव चुनाव के वार्ड नंबर 28 (Disturbances in the voter list of Birgaon) (मोहम्मद अब्दुल रऊफ , गाजीनगर) के मतदाता सूची में हो रही गड़बड़ी को लेकर और मुख्य निर्वाचन आयुक्त से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से वह नाराज है.

रायपुर में भाजपा नेताओं का मौन व्रत

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शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से नाराज

रायपुर दक्षिण से बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agarwal BJP MLA from Raipur South) ने बताया कि ये देशद्रोह जैसी बात है. चुनाव को दूषित करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. अजय चंद्राकर, राजेश मूणत , नारायण चंदेल ने एक घर में 280 वोटरों के होने की शिकायत की थी. लेकिन शिकायत होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जिन अधिकारी के पास पावर है, वह चाहें तो उसको चेक करवा कर निरस्त कर सकते हैं. ऐसा नहीं किया जा रहा है. यह दुर्भाग्यजनक है. बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी कहा कि पहले महापौर का डायरेक्ट चुनाव होता था. मतदाताओं को 2 वोट देने का अधिकार होता था. उसको समाप्त कर दिया गया. अब अप्रत्यक्ष चुनाव होगा और पार्षद चुनेंगे.

सत्ता के दुरुपयोग का आरोप

बृजमोहन अग्रवाल का आरोप है कि कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग (Congress abuse power) कर खरीद-फरोख्त कर अपना मेयर बनाना चाहती है. कांग्रेस कभी नैतिकता के आधार पर चुनाव नहीं लड़ती. वह हमेशा अनैतिक कामों के माध्यम से ही चुनाव जीतती है. हम जो चुनाव को दूषित कर रहे हैं, उनको बेनकाब करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में ऐसा ना हो.

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'पत्र लिखने के लिए नहीं दिया बहुमत'

बृजमोहन अग्रवाल यही नहीं रूके. उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस पार्टी को लोगों की सेवा करने के लिए सत्ता में लाया है. जनता को बहुमत दिया है. पत्र लिखने के लिए बहुमत नहीं दिया है. अब इनका एक ही काम बच गया है. कुछ काम नहीं करना, डेवलपमेंट नहीं करना और कोई बात है तो सीधा कह देना कि मैंने प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखा है. यह इंटरनेट का जमाना है कंप्यूटर , यूट्यूब का जमाना है. जैसे इन्होंने अभी चुनाव में किया है कि ईवीएम में बटन दबाकर वोट किए जाते थे. लेकिन इनको गड़बड़ करना है तो ठप्पा लगाकर वोट देंगे. बृजमोहन अग्रवाल के मुताबिक कांग्रेसी हमें पीछे ले जा रहे हैं. पत्र लिखने से काम नहीं चलता. अगर यह इमानदार कोशिश करेंगे तो निश्चित रूप से रिजल्ट आएगा.

'यह तो है पत्र लिखने वाले जीवी'

बृजमोहन अग्रवाल ने भूपेश बघेल के माफीजीवी वाले बयान पर भी पलटवार किया. उन्होंने कहा कि यह तो पत्र लिखने वाले जीवी हैं. वे अपने दम पर कुछ नहीं कर पा रहे, केवल पत्र लिख रहे हैं.

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'हमने पूरी जांच कर राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप दी रिपोर्ट'

रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि बीजेपी ने राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत की है. राज्य निर्वाचन आयोग ने अपर कलेक्टर स्तर पर जांच के निर्देश दिए थे. शिकायतकर्ता उसी वार्ड के प्रत्याशी हैं. उनकी शिकायत पर जांच कर राज्य निर्वाचन आयोग को दे दिया गया है. वह उसी वार्ड के प्रत्याशी हैं इसलिए हमारे सुनवाई के दौरान वह वहीं मौजूद थे.

मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया मार्च 2021 में हुई थी. 1 मार्च से 9 मार्च तक दावा आपत्ति मंगाई गई थी. सभी वार्ड में दावा आपत्ति हुई थी. दावों का निराकरण मार्च में ही किया जा चुका है. उसके बाद ही मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया है. कोई गड़बड़ी नहीं है. लोगों को दावा आपत्ति का भी पूरा मौका मिला है. इसकी पूरी रिपोर्ट राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जा चुकी है.

Last Updated : Dec 16, 2021, 10:39 PM IST

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