छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / city

शनि आपके जीवन में डालते हैं बड़ा असर ऐसे करें उपाय - Lord of Justice Shani Dev

यदि आपके जीवन में कुछ अच्छा नहीं हो रहा है. अत्यधिक कष्ट के साथ जीवन बीत रहा है तो निश्चित रुप से आप पर शनि का प्रभाव (how to worship on saturday)है. लिहाजा आप कुछ उपायों से शनिदेव को प्रसन्न करके अपना जीवन खुशहाल कर सकते हैं.

Shani makes a big impact in your life take such measures
शनि आपके जीवन में डालते हैं बड़ा असर ऐसे करें उपाय

By

Published : May 21, 2022, 5:54 AM IST

रायपुर : हिन्दू धर्म में शनि देव (Shani Dev) को कर्म देवता माना गया है. भक्तों के कार्य का फल शनि भगवान जरूर देते हैं. पूरे विधि-विधान, श्रद्धा भाव से शनिदेव की पूजा करने से कुंडली के सभी दोष दूर हो जाते हैं.शनि देव को कष्ट दूर और न्याय का देवता कहा जाता है. शनि देव व्यक्ति को उसके अच्छे काम और बुरे कामों के अनुसार फल देते (how to worship on saturday) हैं. कहा जाता है अगर शनि देव किसी से नाखुश हैं तो उसके जीवन में कष्टों का आगमन होने लगता है. मान्यता है कि अगर किसी का शनि ग्रह अच्छा हो तो सफलता उसे जरूर प्राप्त होती है, लेकिन शनि ग्रह अच्छा न हो तो व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आती रहती हैं. कहा जाता है कि शनि को शांत करने के लिए अगर शनिवार को पूजा-अर्चना की जाए तो शनि देव प्रसन्न हो जाते हैं और व्यक्ति की सभी परेशानियों को हर लेते हैं.



शनिदेव ऐसे होंगे खुश :शनिदेव को खुश करने के लिए लोग हर तरह के उपाय करते हैं, लेकिन जब बात दान-दक्षिणा देने से भी नहीं बनती तो व्रत रखना ही सर्वोत्‍तम उपाय होता है. बहुत से लोग शनिवार का व्रत रखते हैं या रखना चाहते हैं, लेकिन उनको पता नहीं होता कि शुरुआत कैसे करें. किन नियमों का पालन करें. जो लोग शनि की साढ़ेसाती से परेशान हैं, उनको ये व्रत करना चाहिए. इससे साढ़ेसाती के कारण आने वाली परेशानियां कम हो जाती (Lord of Justice Shani Dev) हैं. अगर आप ये व्रत रखना शुरू करना चाहते हैं तो शुक्ल पक्ष के पहले शनिवार से व्रत आरंभ करें. शनिवार को विधि-विधान से शनिदेव की पूजा की जानी चाहिए. आइए जानते हैं शनिदेव की पूजन विधि

क्या हैं शनिवार को व्रत नियम :शनिवार के दिन इन नियमों करके आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकतें (Method of worship of Shani Dev) हैं.

  • सूर्योदय से पहले उठें और स्‍नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
  • तांबे के कलश में जल के साथ शक्कर और दूध मिलाकर पश्चिम दिशा में मुंह कर पीपल के पेड़ को अर्घ्य दें.
  • व्रत वाले दिन दिन नीली, बैंगनी या काले रंग के कपड़े पहनें.
  • दिन में व्रत रखें, इस व्रत में दिन में नमक नहीं खाया जाता.
  • दिन में दान करें. काली चीजों का दान श्रेष्‍ठ है. मछलियों को दाना खिलाएं. गरीबों की सेवा करें, उन्‍हें खाना खिलाएं.
  • दिन में आकाश मंडल की ओर देखें. शनि मंत्रों का जाप करें.
  • शनिदेव के प्रभाव से परेशान हैं तो भगवान शिव का पूजन करें. शनिदेव भगवान शिव को गुरु मानते हैं.
  • हनुमान जी की पूजा करें. उनके सामने सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाएं.
  • शमी का पौधा अपने हाथों से लगाएं. उसका पूजन करें.

किन मंत्रों का करें जाप : शनिदेव की पूजा के दौरान शनिदेव के 10 नामों कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर का उच्चारण करें.

फिर इस मंत्र का करें जाप

सूर्य पुत्रो दीर्घ देहो विशालाक्ष: शिव प्रिय:।

मंदाचाराह प्रसन्नात्मा पीड़ां दहतु में शनि:।।

आखिरी में शनि देव का मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: को पढ़ें.

ABOUT THE AUTHOR

...view details