रायपुरःछत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव (urban body elections in chhattisgarh) से एक दिन पहले पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर (Former Minister Ajay Chandrakar) ने सरकार और आयोग पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी (Voter list error) है. फिर भी मतदाता पर्ची दिखाकर चुनाव (election by showing voter slip) कराने की तैयारी है. यह पूरी तरह से गलत है. चुनाव के दौरान इसे लेकर किसी प्रकार का माहौल खराब होता है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी छत्तीसगढ़ चुनाव आयोग (chhattisgarh election commission and government) और सरकार को होगी.
निर्वाचन आयुक्त पर गंभीर आरोप पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि निर्वाचन आयुक्त ने आईडी और पहचान पत्र को जरूरी नहीं करके रात को चोरी छिपे सर्कुलर निकाला. चुनाव को हास्यास्पद बना दिया है. कांग्रेस नैतिक रूप से चुनाव हार चुकी है. कांग्रेस के कार्यकर्ता शराब बांटते हुए पकड़े गए हैं. पूरे देश में ऐसा हास्यास्पद चुनाव नहीं हुआ है. इसकी जितनी निंदा की जाए कम होगी. यह लोकतंत्र की हत्या है. बीजेपी हमेशा से यह कह रही है कि बीरगांव में विदेशी मौजूद हैं.
एक घर में 240 लोग हैं. 4 घर मिला दें तो 500 से ज्यादा मतदाता 28 नंबर वार्ड में मौजूद हैं लेकिन चुनाव आयुक्त ने इसकी जांच भी नहीं करवाई. चुनाव आयोग ने लेट से सर्कुलर निकाला है. अगर टाइमिंग देख ली जाए तो उसे भी अवैध माना जाएगा. ये लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. इसके लिए हम राज्यपाल से मिलने के लिए समय लेने की कोशिश कर रहे हैं. अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है.
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सरकार के लिए काम कर रही हैं संवैधानिक संस्थाएं
संवैधानिक संस्था में जो बैठा है वह छत्तीसगढ़ सरकार की कठपुतली (puppet of chhattisgarh government) बन गया है. कांग्रेस हिंसा को आमंत्रण दे रही है. चुनाव आयोग हिंसा को आमंत्रण (invitation to violence) दे रहा है. चुनाव को उन्होंने मजाक बना दिया है. अगर कल चुनाव के दौरान पूरे छत्तीसगढ़ में कहीं भी हिंसा होती है तो उसकी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ सरकार और चुनाव आयोग की होगी. मैं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से भी इस पर टिप्पणी चाहता हूं कि पूरे देश में अगर कहीं मतदान होता है तो क्या बिना आईडी के? जवाब दें. चुनाव आयोग ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा था कि नगरीय निकाय चुनाव में मतदाता फोटो युक्त पर्ची दिखाकर मतदान कर सकते हैं. जो कि राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है.
इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने कहा है कि मतदाता मतदाता पर्ची के साथ-साथ 18 प्रकार के दस्तावेज मतदान के लिए उपयोग कर सकते हैं. इसमें पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे पहचान पत्र शामिल है. 20 दिसंबर को 10 जिलों के 15 निकायों में मतदान होने हैं जिसके लिए प्रदेश में 1035 मतदाता केंद्र बनाए गए हैं. 15 नगर पालिकाओं में कुल 370 वार्डों में आम चुनाव एवं 15 नगरीय निकायों के 15 वार्डों में उपचुनाव होने हैं. कल कुल 7 लाख 78 हजार 420 मतदाता मतदान करेंगे वही बिरगांव में कल 40 बोर्ड में चुनाव होने हैं. जिसके लिए कुल 95 मतदाता केंद्र बनाए गए हैं. वहीं, बिरगांव में मतदाताओं की संख्या 80 हजार 441 है. इनमें पुरुषों की संख्या 43 हजार 627 तथा महिलाएं 36 हजार 799 हैं.