रायपुर:कांग्रेस की छत्तीसगढ़िया सरकार की छवि का तोड़ ढूंढने के लिए संघ और भाजपा ने कमर कस ली है. खुद जेपी नड्डा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं. प्रदेश भर से 50 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता स्वागत और कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने के लिए रायपुर में जुट रहे हैं. जे पी नड्डा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद भाजपा कार्यालय में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से लेकर प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के मुताबिक ''इस बैठक में 2023 विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार की जाएगी.'' RSS BJP activism poses challenge to chhattisgarh
संघ ने भी कमर कसी: भाजपा चुनावी मोड में है तो संघ भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने छत्तीसगढ़ में डेरा डाल रखा है. संघ भाजपा की सक्रियता ने कांग्रेस खेमे में भी हलचल तेज कर दी है. हालांकि कांग्रेस की अपनी दलील है.
क्या कहती है कांग्रेस:कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद का कहना है कि " बहुत ही हास्यास्पद और आश्चर्यजनक बात है कि बूथ लेवल के कार्यकर्ता की मीटिंग लेने और प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं. भाजपा के अस्तित्व को बचाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष निचले स्तर तक उतर आए हैं. भाजपा की कोई भी संगठनात्मक गतिविधि भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी को चुनौती देने में कामयाब नहीं होगी.''
कांग्रेस का दावा:सुशील आनंद के मुताबिक '' छत्तीसगढ़ में भाजपा ने भरोसा खो दिया है. केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ भेदभाव कर भाजपा के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं तो उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता को जवाब देना चाहिए कि वह छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं."