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छत्तीसगढ़ की ये सड़कें मांगती हैं खून इसलिए जरा संभलकर

छत्तीसगढ़ में पिछले चार महीने में 1986 लोगों की सड़क दुर्घटना में जान गई है.जिसमे सबसे ज्यादा मामले रायपुर में देखने को मिले (Record breaking road accidents in Chhattisgarh in four months)हैं.

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छत्तीसगढ़ की ये सड़कें मांगती हैं खून इसलिए जरा संभलकर

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Published : May 21, 2022, 7:48 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बीती रात दिल दहलाने वाला सड़क हादसा हुआ . ऑटो में सवार चार लोगों को हाइवा ने ठोकर मार दी है. जिसमें ऑटो में सवार पूर्व सांसद लखनलाल साहू के भतीजे समेत चार लोगों की मौत हो गई . इस दर्दनाक हादसे के बाद बिलासपुर में शोक की लहर है. छत्तीसगढ़ में यदि सड़क हादसे से होने वाली मौत के आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो चौकाने वाला है. राज्य में पिछले चार साल में कुल 4621 सड़क दुर्घटनाएं हुई है. जिसमें 1986 व्यक्तियों की मौत हुई . जबकि 4322 लोग घायल हुए हैं. राज्य में जितनी तेजी से सड़क दुर्घटना के मामले बढ़ रहे हैं, वह चिंताजनक (Record breaking road accidents in Chhattisgarh in four months) है.

छत्तीसगढ़ की ये सड़कें मांगती हैं खून इसलिए जरा संभलकर
कहां हुए सर्वाधिक हादसे :छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटना के बढ़ते मामलों की जब ईटीवी भारत ने पड़ताल की तो कई चौकाने वाले आंकड़े (road accident in chhattisgarh) मिले. ईटीवी भारत को पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक रायपुर जिले में जनवरी से अप्रैल माह तक सर्वाधिक 699 सड़क दुर्घटना हुई है. जिसमें 207 लोगों की जान गई है, जबकि 496 लोग घायल हुए हैं. वही दूसरे नंबर पर राजनांदगांव जिला है, जहां सड़क दुर्घटनाओं में 118 लोगों ने अपनी जान गवाई है. इसी तरह रायगढ़ में 115, दुर्ग में 113, कोरबा में 97, बलोदा बाजार में 96, बिलासपुर में 95, महासमुंद में 88 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है. रायपुर यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि "ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं में अधिक मौतें हुई है. शहरी इलाके में दुर्घटना के साथ ही मौत के आंकड़े में कमी देखी गई है. हमने 7 जगहों को ब्लैक स्पॉट बनाया है. लोगों को भी पुलिस की ओर से जागरूक किया जा रहा है."



किस समय में हुईं ज्यादा मौतें : पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक सड़क दुर्घटना से 46.11 प्रतिशत मौतें दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच हुई है. वहीं सड़कों की बात करें तो राष्ट्रीय राजमार्ग में 29.76 प्रतिशत, राजकीय राजमार्ग में 17.90 प्रतिशत और जिला मुख्य सड़क और अन्य मार्गों में 52.33 प्रतिशत मौतें सड़क दुर्घटनाएं हुई है. पुलिस विभाग की माने तो ज्यादातर मौतें देहात इलाके में दर्ज की गई है. जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.


तेज रफ्तार वाहनों से सर्वाधिक मौतें :तेजी से वाहन चालन के कारण 64.96 प्रतिशत मौतें हुई है. वहीं लापरवाही से 11.42% लोगों की जान गई है. जबकि नशा, गलत दिशा से वाहन चालन, मोबाइल का उपयोग, सड़क में मवेशी आदि कारणों से मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई है. साल 2022 के प्रथम 4 माह में सड़क दुर्घटनाओं में 0.06 प्रतिशत और घायलों में 5.59% की चिंताजनक वृद्धि हुई है.

ये भी पढ़ें- रायपुर में 8 महीने में सड़क दुर्घटनाओं में गईं 311 लोगों की जान



किन लोगों की हुई ज्यादा मौतें :छत्तीसगढ़ में पिछले सवा 3 सालों में 17 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में 69% सड़क दुर्घटनाएं हुई है. एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस के अनुसार खुले मौसम/क्षेत्र में, वाहन से वाहन टकराने से और वाहन से पैदल यात्री और वाहन के किसी वस्तु से टकराने से अधिक सड़क दुर्घटना हुई है. सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक 20 से 35 वर्ष की आयु वर्ग में हुई है.

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