रायपुर:छत्तीसगढ़ की खाली हुई राज्यसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद दोनों उम्मीदवार सोमवार शाम रायपुर पहुंचे. उनके स्वागत के लिए चंद गिने चुने लोग ही एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. इनमें भी कांग्रेस का कोई भी बड़े पदाधिकारी या नेता एयरपोर्ट पर नजर नहीं आया. इससे कहा जा सकता है कि इन उम्मीदवारों के स्वागत को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कोई खास उत्साह नहीं दिख रहा है.
राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन का रायपुर दौरा छत्तीसगढ़ के मुद्दे उठाने के लिए मुखर आवाज जरूरी:रायपुर पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि "यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे छत्तीसगढ़ की जनता का सेवा करने का मौका मिल रहा है. छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है जहां विकास के बहुत गुंजाइश है. लिहाजा यहां के मुद्दे उठाने के लिए मुखर आवाज जरूरी है. मैं यहां की जनता की सेवा के लिए संसद में मुद्दे उठाऊंगा. छत्तीसगढ़ में इंफ्रॉस्ट्रेक्चर डेवलपमेंट बहुत जरूरी है. रोजगार के साधन जुटाना जरूरी है. क्षेत्र में कच्चा माल बहुत है. जिससे बहुत विकास हो सकता है. हायर एजुकेशन के लिए काम किया जाएगा.मैं पूरी तत्परता से यहां के मुद्दों को सदन में उठाऊंगा और यहां के विकास की पुरजोर कोशिश करुंगा".
भाजपा खुद बाहरी लोगों को भेज रही है:भाजपा की तरफ से बाहरी लोगों को उम्मीदवार बनाए जाने के आरोप पर शुक्ला ने कहा कि "भाजपा खुद हर राज्य से बाहरी लोगों को भेजती है. दक्षिण भारतीय लोग मध्य प्रदेश से केंद्र में मंत्री है. उसका क्या जवाब है. भारत का नागरिक होना चाहिए. यहां सबसे ज्यादा भाजपा इधर से उधर करती है. वे होमवर्क नहीं करते. बिना सोचे बयान देते हैं".
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केंद्र में विपक्ष को बनाया जा रहा मजबूत: छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की दूसरी उम्मीदवार रंजीत रंजन का कहना हैं कि " छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं का धन्यवाद. उन्हें पार्टी ने ये मौका दिया है. ये वक्त है पार्टी को नई तरह की मजबूती देने का वक्त आ गया है. पार्टी को मजबूती देने के लिए राजस्थान, छत्तीसगढ़ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. जिस तरह से पार्लियामेंट में विपक्ष की आवाज को दबाया जाता है. उसे मजबूती देने के लिए मैडम सोनिया एक-एक सिपहसालार को आगे लेकर आई हैं. वक्त आ गया है, पार्टी ने जितना आपको दिया है उसे पार्टी को वापस करना है".
राजीव शुक्ला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. उन्हें पार्टी ने फिर से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. बिहार के सुपौल से लोकसभा सांसद रहीं रंजीत रंजन को पार्टी छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेज रही है. रंजीत रंजन 2019 में लोकसभा चुनाव हार गई थीं. वह मुखर होकर पार्टी की बात सदन में रखती हैं. वह पूर्व सांसद पप्पू यादव की पत्नी हैं. पप्पू यादव मधेपुरा से सांसद रहे हैं.
31 मई नामांकन भरने की आखिरी तारीख:मंगलवार को राज्यसभा में नामांकन की आखिरी डेट है. नामांकन पत्रों की जांच 1 जून को होगी, उम्मीदवार 3 जून तक अपना नाम वापस ले सकेंगे. 10 जून को वोटिंग होगी. छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा सदस्यों में से इंडियन नेशनल कांग्रेस के 71, भारतीय जनता पार्टी के 14, JCCJ के 3 और बहुजन समाज पार्टी के 2 सदस्य अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मतदान मतपत्रों के जरिए होगा.
कांग्रेस प्रेसिडेंट ही तय करते हैं उम्मीदवारों के नाम: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया सोमवार की रात रायपुर पहुंचे. रायपुर एयरपोर्ट पर पुनिया ने राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवारों को लेकर कहा कि "यह कांग्रेस पार्टी की परंपरा रही है, जो लोग कांग्रेस पार्टी से छत्तीसगढ़ से चुनकर जाएंगे, वह छत्तीसगढ़ की ही बात करेंगे.. यहां के बहुत सारे लोगों को अपेक्षाएं तो थी, बहुत सारे लोगों को उम्मीद थी, लेकिन यह हमेशा परंपरा रही है और हकीकत भी रही है कि राज्यसभा में कौन चुनाव लड़ेगा? कौन नहीं लड़ेगा? कांग्रेस प्रेसिडेंट के द्वारा ही तय किया जाता है.