रायपुरः देश की केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंची हैं. प्रोटोकॉल के तहत जनप्रतिनिधियों को उनके स्वागत के लिए शामिल नहीं करने को लेकर रायपुर महापौर ने नाराजगी जताई है.
इस संबंध में मेयर ने प्रेस वार्ता में कहा की पहली बार वित्तमंत्री का आगमन छत्तीसगढ़ में हुआ है. हमें पूरा भरोसा था कि प्रोटोकॉल के तरह शहर के प्रथम नागरिक के तौर पर बुलाया जाएगा. प्रोटोकॉल के तहत शहर का प्रथम नागरिक महापौर (city first civilian mayor) होता है. चाहे देश के प्रधानमंत्री (Prime minister) आएं या राष्ट्रपति (President). लेकिन वित्त मंत्री के आगमन पर उनकी अगवानी करने के लिए ही महापौर (Mayor) को नहीं बुलाया गया.
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जनप्रतिनिधियों की हुई उपेक्षा
महापौर ने कहा कि आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रायपुर नगर निगम के अंतर्गत अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर रही हैं. जिसमे तेलीबांधा तालाब की बात हो, अमर अस्पताल की बात हो या वैक्सिनेशन सेंटर (Vaccination Center) की, किसी भी जनप्रतिनिधि को वहां नहीं बुलाया गया. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री भारतीय जनता पार्टी की नहीं, पूरे देश की हैं. प्रोटोकॉल में सभी लोगों को जोड़ना था, लेकिन नहीं जोड़ा.
पार्टी के कार्यक्रम में प्रशासन?
कांग्रेस पार्टी शहर के जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि भाजपा कह रही है कि पार्टी का कार्यक्रम है. अगर यह पार्टी का कार्यक्रम है तो पार्टी के कार्यालय तक ही सीमित रहना चाहिए. प्रशासन के साथ मिल कर पार्टी का कार्यक्रम करना, यह पहली बार मैंने केंद्रीय मंत्री (Central Minister) का भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ देखा है. दुबे ने कहा कि वह देश की केंद्रीय मंत्री हैं. उनकी भी जवाबदारी है कि अगर छत्तीसगढ़ की धरा पर आ रही हैं, तो कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों से चर्चा करें. दुबे ने कहा कि नगर निगम में गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) पर प्रतिमा का अनावरण किया जाना था. सीएम द्वारा यह कार्यक्रम किया गया लेकिन इसके बावजूद भी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए शहर में भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया.