रायपुर:अक्टूबर महीने में बाजार ने पुरानी ताकत के साथ कम बैक किया है. थोक कारोबार के मुताबिक कपड़ा बाजार में ही कारोबार 330 से 350 करोड़ तक पहुंच गया है. राजधानी रायपुर के पंडरी स्थित सबसे बड़ा कपड़ा बाजार इन दोनों गुलजार है. 6 महीने की मंदी का चक्रव्यू अब टूट चुका है. बाजार के दूसरे सेक्टर की बात करें, तो राजधानी में प्रदेशभर के थोक कारोबारी और ग्राहक खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं. रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल्स और हर बार की तरह सराफा में खरीदारी ने सबको आश्चर्यचकित किया है.
त्योहार के साथ लौटी बाजार की रौनक बाजार के कोर सेक्टर में अग्रणी पंक्ति की काबिज रियल एस्टेट में भी कारोबार बेहतर रहा. यहां अक्टूबर महीने में राजधानी के कुल व्यवसाय न्यूनतम 250 से 260 करोड़ के करीब बताया जा रहा है. संभावित कारोबार के मुताबिक अक्टूबर महीने में राजधानी में 950 करोड़ के करीब धन वर्षा हुई, जिसमें 80 फीसदी कारोबार नवरात्रि और दशहरे के दिन में हुए हैं. राज्य सरकार के आंकड़ों मुताबिक ऑटो मोबाइल सेक्टर में मोटर कार, ट्रैक्टर और अन्य वाहनों की खरीदारी पिछली नवरात्रि से ज्यादा इस साल हुई है.
दीवाली तक कपड़ा बाजार रविवार को भी ओपन रायपुर थोक कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष चंदर विधानी ने बताया कि पंडरी कपड़ा बाजार में मंदी की चेन टूटी चुकी है. अक्टूबर महीने में संभावित बाजार 350 करोड़ के करीब रहा. 6 महीने पहले कपड़ा बाजार की बुरी स्थिति थी. थोक कपड़ा व्यापारी संघ ने निर्णय लिया है कि दिवाली तक कपड़ा बाजार रविवार को भी संचालित किया जाएगा. शादियों के लिए खरीददारी अभी से शुरु हो चुकी है. लॉकडाउन की वजह से रुकी शादियां अब आने वाले महीने होने वाली है इससे बाजार में हलचल और तेज हो गई है.
बाजार में आयी रौनक
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल के चेयर पर्सन अनिल अग्रवाल ने बताया कि त्योहारों की रौनक के साथ-साथ क्षेत्र की रौनक भी लौटने लगी है. कारों की बिक्री बहुत अच्छी हो रही है, लेकिन अभी टू व्हीलर में उतनी अच्छी रौनक देखने को नहीं मिल रही है. हालांकि एक ओर हम यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि अभी फसल नहीं कटी है, जब फसल कटेगी तो हम पिछले साल की तरह ही ग्रोथ इस साल भी कर पाएंगे. हमें उम्मीद नहीं कर रहे हैं कि इस साल कुछ अच्छा कर पाएंगे, लेकिन हां यह उम्मीद जरूर है कि पिछले साल की तरह इस साल भी इतनी बिक्री तो जरूर कर लेंगे.
कोविड-19 के मामलों में कमी और संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद दूसरे जिलों के कारोबारी की आमद राजधानी के कपड़ा, सराफा, मोबाइल, ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य होलसेल मार्केट में बढ़ चुकी है.
बाजार के कोर सेक्टर में इस महीने संभावित व्यवसाय
- गारमेंट्स -300 से 325 करोड़,
- ऑटो मोबाइल्स - 120 करोड़
- चार पहिया - 21 से 25 करोड़
- दो पहिया और सराफा - 130 से 150 करोड़
- रियल एस्टेट - 250 से 260 करोड़
- इलेक्ट्रॉनिक और मोबाइल - 100 से 120 करोड़
- इलेक्ट्रिकल - 50 करोड़