SPECIAL: पेट्रोल-डीजल ने झुलसाया, फिर चलेगी फिटनेस की सवारी 'साइकिल'
छत्तीसगढ़ में पिछले 10 दिनों से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. इसे लेकर जनता परेशान है और वापस साइकिल की ओर रुख करने का विचार कर रही है. वहीं राजनीतिक दल आरोप-प्रत्यारोप में जुट गए हैं.
पेट्रोल पंप
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Published : Jun 26, 2020, 10:39 AM IST
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Updated : Jun 26, 2020, 12:16 PM IST
रायपुर:देश में एक बार फिर बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों ने जनता को परेशान कर दिया है. पिछले 18 दिनों से लगातार पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है. इन 18 दिनों में लगभग डीजल 10.48 रुपए और पेट्रोल 8.50 रुपए महंगा हो चुका है. आलम यह है कि अब डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गए हैं. बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती की मांग को लेकर आमजन सहित कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों के विरोध में पूरे देश सहित प्रदेश में प्रदर्शन किए जा रहे हैं. कहीं पुतला दहन तो कहीं मंत्रियों के पोस्टर जलाए जा रहे हैं, तो कहीं कारों को रस्सियों से खींचा जा रहा है. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर सियासत गर्म है.
लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार जैसे भी चलाए, हम उनके हिसाब से ही चलने को मजबूर हैं. एक तरफ लोगों पर कोरोना संक्रमण का प्रकोप देखने को मिल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने उनके बजट पर गहरा आघात किया है. कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि अगर इसी तरह से पेट्रोल के दाम बढ़ते रहे तो अब फिर से लोग साइकिल चलाने को मजबूर हो जाएंगे या फिर इलेक्ट्रॉनिक साइकिल का इस्तेमाल करने लगेंगे.
पेट्रोल
पिछले 10 दिनों में बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
तारीख
रेट
रेट चेंज
23 जून
78.62
0.25
22 जून
78.36
0.31
21 जून
78.05
0.44
20 जून
77.61
0.31
19 जून
77.30
0.53
18 जून
76.77
0.59
17 जून
76.18
0.47
16 जून
75.71
0.51
15 जून
75.20
0.46
14 जून
74.74
0.60
पिछले 10 दिनों के डीजल के दाम
पेट्रोल पंप
तारीख
रेट
रेट चेंज
23 जून
77.24
0.59
22 जून
76.65
0.55
21 जून
76.10
0.68
20 जून
75.42
0.41
19 जून
75.01
0.60
18 जून
74.41
0.70
17 जून
73.71
0.47
16 जून
73.19
0.60
15 जून
72.58
0.57
14 जून
72.02
0.61
टैक्स कम करे राज्य सरकार
पेट्रोल पंप कर्मियों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है और यही वजह है कि अब पेट्रोल-डीजल की बिक्री और भी कम हो गई है. वहीं लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर बीजेपी का कहना है कि इसका निर्धारण अंतरराष्ट्रीय मार्केट की दरों के आधार पर होता है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी, तो उस समय पेट्रोल-डीजल के दाम 100 रुपए तक पहुंच गए थे, हालांकि अभी ऐसी स्थिति बीजेपी की सरकार में नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम सिर्फ कच्चे तेल के दामों पर निर्धारित नहीं होते हैं और भी कई मापदंड होते हैं, जिसके आधार पर इनके मूल्य निर्धारित किए जाते हैं. उपासने ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार को चाहिए कि वे पेट्रोल-डीजल पर लगाए टैक्स को कम करें, जिससे प्रदेश की जनता को राहत मिल सके.
कांग्रेस का पलटवार
वहीं कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि पेट्रोल-डीजल के दाम का निर्धारण केंद्र सरकार करती है न कि राज्य सरकार. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी का कहना है कि विपक्ष में रहते हुए जो भाजपा यह कहती थी कि 'महंगाई डायन खाये जात है' अब सत्ता में आने के बाद वही 'महंगाई इनकी डार्लिंग बन गई है'. घनश्याम राजू ने कहा कि लगातार बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आम लोग परेशान हैं और प्रधानमंत्री को चाहिए कि तत्काल इसकी कीमतों में कटौती करें, क्योंकि कच्चे तेल की कीमतों में भी भारी गिरावट आई है, साथ ही डीजल-पेट्रोल की बिक्री भी काफी कम हो गई है. ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती की जानी चाहिए. बीजेपी के राज्य सरकार से पेट्रोलियम पदार्थों के टैक्स में कटौती की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं के पास इतनी भी हिम्मत नहीं है कि वे तेजी से बढ़ रहे इन पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में कटौती के लिए केंद्र सरकार को कह सकें और राज्य सरकार से कटौती की मांग कर रहे हैं.