रायपुर :बस्तर संभाग में पिछले कई दशकों से चल रहे अशांति को शांति में तब्दील करने के लिए एक यात्रा निकाली गई. 12 मार्च को एक यात्रा निकाली गई. यह यात्रा नारायणपुर से शुरू होकर आज 23 मार्च को राजधानी रायपुर में समाप्त हुई. इस यात्रा के संयोजक शुभ्रांशु चौधरी के साथ ही कई आदिवासी युवक इसमें शामिल थे. शुभ्रांशु चौधरी के मुताबिक इस यात्रा का मकसद बस्तर में शांति स्थापित करना है.
नक्सल क्षेत्रों में शांति के लिए बस्तर से रायपुर तक शांति पदयात्रा - Peace march from Bastar to Raipur
नक्सल क्षेत्रों में शांति स्थापित करने को लेकर बस्तर से रायपुर तक की शांति पदयात्रा की गई. इस यात्रा के संयोजक शुभ्रांशु चौधरी के साथ ही कई आदिवासी युवक इसमें शामिल थे.
![नक्सल क्षेत्रों में शांति के लिए बस्तर से रायपुर तक शांति पदयात्रा Peace march from Bastar to Raipur to establish peace in Naxalite areas](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-11131272-463-11131272-1616516918183.jpg)
बस्तर में आएगी शांति
नक्सल एक्सपर्ट शुभ्रांशु चौधरी ने बताया कि हम लोगों ने नक्सलियों के अड्डे से पदयात्रा शुरू की. हम सरकार के हेडक्वार्टर में पहुंचे हैं. दोनों पक्षों से अपील करने के लिए कि अब हिंसा बहुत हो गई. दोनों एक टेबल पर आइए जनता भी चाहती है की बातचीत से इस समस्या का समाधान हो. हमें खुशी है कि दोनों पक्षों ने पहले नक्सलियों ने कहा कि हम बातचीत करना चाहते हैं, कुछ शर्त रखी है सरकार कहती है कि वह भी बातचीत करना चाहते हैं पर शर्त नहीं मानते. हमें खुशी है कि आइस ब्रेकिंग हुआ है. हम उम्मीद करते हैं कि बातचीत शुरू हो और दोनों पक्ष थोड़ा लचीला तरीका अपनाएं. हमारी आशा है कि बस्तर में फिर से शांति आए इसी दिशा में हम लोग आगे देख रहे हैं.