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छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर इस दिन होगी विधानसभा में चर्चा

मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विपक्ष ने छत्तीसगढ़ के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही थी. 27 जुलाई को सत्र के आखिरी दिन अविश्वास प्रस्ताव के लिए समय तय किया गया है. सरकार का दावा है कि संख्या बल के आधार पर उन्हें कामयाबी नहीं मिलेगी.

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छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

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Published : Jul 22, 2022, 10:07 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा ने सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा मंजूर कर लिया है. इसके लिए 27 जुलाई यानी मानसून सत्र के अंतिम दिन का समय तय किया गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर दोनों पक्षों को सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इसपर चर्चा के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इस बीच सरकार ने इस साल का पहला अनुपूरक बजट पेश कर दिया है. इस पर शुक्रवार को चर्चा की जानी है.

सिंहदेव के इस्तीफे पर विधानसभा में हंगामा: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के इस्तीफे को लेकर भाजपा सदस्यों ने सरकार को घेरा. सिंहदेव के विभाग के सवाल पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर जवाब देने खड़े हुए लेकिन भाजपा विधायकों ने (chhattisgarh assembly monsoon session)आपत्ति जताई. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर सरकार को घेरा. इस सवाल पर हंगामा बरपा. फिर भाजपा ने सदन से वॉक आउट किया.

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प्रधानमंत्री आवास योजना पर सरकार को घेरा:पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पूछा "प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत साल 2019-20 से 2022-23 तक कितने आवास स्वीकृत हुए. कितने आवास का काम पूरा हो गया. उन्होंने केंद्र सरकार से आए पत्रों का बंडल लहराते हुए कहा कि किसी पत्राचार का जवाब तक नहीं दिया गया. 35 हजार आवास अबतक पूरे नहीं हो पाए(chhattisgarh assembly monsoon session) हैं. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट भी किया. "

छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र: दूसरे दिन नकली शराब पर हंगामा, सिंहदेव के इस्तीफे का मुद्दा भी गूंजा

नकली शराब पर बरपा हंगामा: गुरुवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में शराब में पानी मिलाकर बेचे जाने का मुद्दा भी उठा. नारायण चंदेल (BJP MLA Narayan Chandel) के सवाल पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Excise Minister Kawasi Lakhma) ने सदन को दिए अपने जवाब में स्वीकार किया कि ''शराब में पानी मिलाने की शिकायत(chhattisgarh assembly monsoon session) मिली थी. इसके खिलाफ कार्रवाई की गई है.'' लेकिन, वे अजय चंद्राकर के पूरक सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि शराब में पानी की जांच का क्या तरीका है.

शराब पर सदन में चर्चा : सदन (Monsoon session of Chhattisgarh Legislative Assembly) में शराब में पानी मिलाने के सवाल पर करीब 20 मिनट सवाल-जवाब चला. नारायण चंदेल से सत्ता पक्ष के विधायक पूछने लगे आपको इसका कैसे अनुभव है कि पानी मिलाया जा रहा है. चंदेल ने इस सवाल पर मुस्कुराते हुए कहा कि ''होली में हमसे कुछ लोग मिलने आए थे. उन्होंने कहा कि शराब पीने के बाद आजकल चढ़ती नहीं है.''

रविंद्र चौबे ने दिया जवाब: इस बीच रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey) ने कहा कि '' विपक्ष के लोग शराब के प्रश्न पर इतना मदमस्त क्यों हो गए हैं. उन्होंने चुटकी ली कि ''शराब की गुणवत्ता को परखने का कोई सिस्टम नहीं (chhattisgarh assembly monsoon session) है. इससे समझ जाना चाहिए कि अगर पीने के बाद कोई अंग्रेजी बोलने लगे तो समझो कि ओरिजनल है. ''

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