रायपुर : राज्य सरकार के द्वारा हाल ही में एक बड़ा निर्णय लिया गया है. जिसके तहत पर्यटन विभाग के घाटे में चल रहे होटलों में अब बार का लाइसेंस जारी किया (Bar facility in CG government hotels)जाएगा. यानी उन होटलों में अब लोगों को शराब मुहैया कराई जा सकेगी. यह निर्णय घाटे से उबरने के लिए राज्य सरकार के द्वारा दिया गया है. सरकार का यह निर्णय कहीं ना कहीं कांग्रेस की ही गले की हड्डी बनता जा रहा है. इस निर्णय के बाद एक बार फिर बीजेपी को बैठे बैठाये मुद्दा मिल गया है.
छत्तीसगढ़ के सरकारी होटलों में मिलेगी शराब बीजेपी हुई आक्रमक : वहीं सरकार के होटलों में शराब परोसने के फैसले पर बीजेपी भी अब आक्रमक हो गई है. छत्तीसगढ़ बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा '' इन लोगों ने शराबबंदी की बात कहते हुए प्रदेश में सरकार बनाई थी. अब वही लोग जनता के साथ धोखा करते हुए शराब पिलाने की तैयारी कर रहे (Liquor in government hotels of Chhattisgarh) हैं. श्रीवास ने कहा कि जो छत्तीसगढ़ संस्कृति की दुहाई देते नहीं थकते थे. छत्तीसगढ़ संस्कृति का ढोल पीट रहे हैं, अब छत्तीसगढ़ के टूरिज्म वाले सेंटरों में शराब पिलाने जा रहे हैं. तो समझ सकते हैं कि प्रदेश को गर्त में ले जाने की और संस्कृति को इस तरह अपमानित करने की पूरी तैयारी सरकार ने कर ली है.''
रविंद्र चौबे ने विपक्ष को घेरा :कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि '' यदि आप हाईवे से गुजरेंगे तो वहां तत्कालीन सरकार का एक भ्रष्टाचार का मकबरा जैसा बना हुआ पाएंगे.इसे पर्यटन विभाग ने बनाया था. जिसमें से अधिकांश खंडहर के रूप में तब्दील हो गए हैं. इसे लेकर कुछ लोग कहना था कि चालू होटलों में एफएल 3 का लाइसेंस दे दिया जाए, तो वह रन कर जाएगा. इसके अलावा पर्यटन विभाग के जो होटल खंडहर में तब्दील हो गए हैं. उन्हें लीज में देने का भी प्रस्ताव पास किया गया है.''वहीं शराबबंदी पर पूछे गए सवाल पर रविंद्र चौबे ने बीजेपी शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार की बात कहकर विपक्ष को जवाब दिया है.
कांग्रेस ने किया पलटवार : वहीं कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि ''सूपा बोले तो बोले चलनी भी बोले जिसमें 72 छेद. वह बीजेपी जिसके सरकार के कार्यकाल के दौरान शराब का सरकारीकरण हुआ था. गांव गांव, गली गली तक शराब ले जाने का काम किया जाता है. युवाओं को शराब के गर्त में धकेलने का षड्यंत्र किया गया था . भाजपा किस मुंह से शराबबंदी पर सवाल उठा रही है . यह वही भाजपा है जो देश के अन्य राज्यों में सरकार बनने पर सस्ते दर पर शराब उपलब्ध कराने का दावा कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कि सरकार शराबबंदी के लिए आगे बढ़ चुकी है 100 से अधिक शराब दुकानों को बंद किया गया है. शराब की बिक्री में कमी आई है.''