सुहाना हुआ मौसम, आज प्रदेश के अधिकतर जगहों पर बरसेंगे बदरा
आज प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा भी हो सकती है. राजधानी में भी मंगलवार से लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिसके कारण मौसम ठंडा हो गया है. रायपुर में शुक्रवार को भी रुक-रुककर दिनभर बारिश होती रही. हवाओं में नमी 98% तक पहुंच गई है.
आज प्रदेश के अधिकतर जगहों पर बरसेंगे बदरा
रायपुर: प्रदेश में 5 दिनों से मानसून की झड़ी लगी हुई है. राजधानी में भी मंगलवार से लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिसके कारण मौसम ठंडा हो गया है. रायपुर में शुक्रवार को भी रुक- रुककर दिनभर बारिश होती रही. हवाओं में नमी 98% तक पहुंच गई है. शुक्रवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री, बिलासपुर में 28 डिग्री, पेंड्रा रोड में 28 डिग्री, अंबिकापुर में 25.5 डिग्री, जगदलपुर में 28.3 डिग्री, दुर्ग में 26.6 डिग्री और राजनादगांव में 26.5 डिग्री दर्ज किया गया.
मौसम एचपी चंद्रा ने बताया कि आज प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा भी हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र झारखंड और उससे लगे गंगेटिक पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित है. इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है. एक निम्न दाब का क्षेत्र दक्षिणी मध्य उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित है. इसके साथ चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है. मानसून द्रोणिका गंगानगर नारनौल उत्तर प्रदेश में स्थित है, जिसके प्रभाव से मौसम में आज तब्दीली देखने को मिल सकती है.
आज प्रदेश के अधिकतर जगहों पर बरसेंगे बदरा
राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 1 जून से 30 जुलाई तक 555.2 मिमी औसत बारिश हुई है. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश कोरबा जिले में 874.4 मिमी और बालोद जिले में सबसे कम 402.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है.
बारिश की संभावना
राजधानी रायपुर में अब तक 444.4 मिमी बारिश हुई है. अगर बस्तर संभाग की बात करें, तो बस्तर जिले में 409.3 मिमी, कोण्डागांव में 479 मिमी, कांकेर में 415.3 मिमी, नारायणपुर में 590.9 मिमी, दंतेवाड़ा में 458 और बीजापुर में 593.4 मिमी औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई. अधिकतर बारिश दक्षिण बस्तर में ही देखने को मिली है.