World Cartoonist Day 2022 : विपक्ष खुद ही बना हुआ है कार्टून-त्र्यम्बक शर्मा
5 मई को विश्व कार्टूनिस्ट दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन अपने व्यंग्य के तीखे बाणों से समसामायिक मुद्दों पर हमला करने वाले कार्टूनिस्टों को समर्पित होता है. विश्व कार्टूनिस्ट दिवस की शुरुआत नेशनल कार्टूनिस्ट सोसाइटी के सदस्यों ने की थी. इसका नेतृत्व केन एल्विन ने किया था. कार्टूनिस्ट पोली कीनर ऑफ अक्रॉन, ओहियो और कॉमिक स्ट्रिप 'हैम्स्टर एले' के निर्माता प्रमुख रूप से कार्टूनिस्ट दिवस के प्रमोटर माने जाते हैं. कार्टूनिस्ट डे पहली बार 5 मई 1999 को मनाया गया था.
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भूपेश बघेल के रामानुजगंज दौरे का विरोध करेगी भाजयुमो
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विधानसभावार दौरा बुधवार को बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा क्षेत्र से शुरू हो गया है. गुरुवार को भूपेश बघेल रामानुजगंज का दौरा करेंगे. (Bhupesh Baghel visit to Ramanujganj) रामानुजगंज पहुंचकर सीएम कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करेंगे. साथ ही हर वर्ग से बात कर योजनाओं का फीडबैक लेंगे. भूपेश के दौरे के साथ ही विपक्ष भी एक्टिव हो गया है. भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने रामानुजगंज में भी सीएम के दौरे का विरोध करने की रणनीति बनाई है.
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Assembly wise tour of CM Baghel: घबराकर सीएम भूपेश बघेल ने शुरू किया दौरा- बृजमोहन अग्रवाल
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 से पहले सीएम भूपेश बघेल ने 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा शुरू किया है. बुधवार को सीएम बलरामपुर में थे.. अब इस दौरे पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो चली है. बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सीएम बघेल के इस दौरे पर तंज कसा है.
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छत्तीसगढ़ भाजपा का मिशन 2023: शक्ति केंद्रों पर भाजपा नेताओं का गुरुवार से ताबड़तोड़ दौरा
मिशन 2023 को लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा ने भी कमर कस ली है. गुरुवार से प्रदेश के दिग्गज नेता पूर्व सीएम डॉ.रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे, रामविचार नेताम के साथ-साथ तमाम पदाधिकारी, सांसद-विधायक और नेता 1-1 बूथ पर 2-2 दिन तक रहेंगे. सभी नेता जनप्रतिनिधियों और आम लोगों से मुलाकात करेंगे. वहां की स्थिति का जायजा लेंगे और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे.
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कोरबा के लिए अभिशाप बन रहा कोयला, कोल के साथ प्रदूषण के मामले में भी टॉप पर
कोरबा को काले हीरे की धरती कहा जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जितनी खदानें कोरबा जिले में संचालित हैं. उतनी देश के किसी भी अन्य जिले में नहीं हैं. कोल इंडिया लिमिटेड को अकेले कोरबा जिले से 20 फीसदी कोयला मिलता है. यह एक बड़ा कीर्तिमान है. यह कीर्तिमान स्थानीय निवासियों के लिए अभिशाप बन रहा है. कोयला उत्खनन के बढ़ते दबाव और लगातार होते विस्तार से हरियाली को नुकसान पहुंच रहा है.