खंडवा\रायपुर:महाशिवरात्रि पर्व पर मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. तड़के संत समाज के भगवान शिव के दर्शन और अभिषेक करने के बाद आम श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हो गया है. इस महापर्व पर एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का ओंकारेश्वर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है. महापर्व पर सुबह करीब चार बजे से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे. (Omkareshwar Temple on Mahashivratri)
गर्भगृह में एक मिनट से ज्यादा श्रद्धालु नहीं रुक सकेंगे
महाशिवरात्रि पर ओंकोरश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर में आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं. नए झूला पुल से आने वाले श्रद्धालुओं को सुखदेव मुनि द्वार से गर्भगृह में प्रवेश करना पड़ रहा है. इसी तरह से पुराने पुल से आने वाले श्रद्धालुओं को मुख्य चांदी द्वार से अंदर भेजा जा रहा है. दर्शन उपरांत श्रद्धालुओं को इसी मार्ग से लौटाया जा रहा है. इसके लिए मंदिर परिसर में एकांगी व्यवस्था की गई है. एसडीएम सीएस सोलंकी ने बताया कि गर्भगृह में एक मिनट से ज्यादा श्रद्धालु नहीं रुक सकेंगे, इसके लिए आवश्यक कर्मचारियों और पंडितों को निर्देशित कर व्यवस्था बनाई गई है. मंदिर परिसर में आने के बाद लगभग एक घंटे में दर्शन कर श्रद्धालु बाहर हो जा रहे हैं. महापर्व पर भीड़ को देखते हुए सुबह छह बजे के बाद भगवान के मूलस्वरूप पर सीधे जल, पुष्प और बेलपत्र श्रद्धालु नहीं चढ़ा सकेंगे. इसके लिए गर्भगृह के बाहर ही एक पात्र रखकर एकत्र किया गया है.(Mahashivratri 2022)
मंदिर में मनाया जाएगा दीपोत्सव
महाशिवरात्रि पर भगवान ओंकारेश्वर का आंगन दीपों की रोशनी से जगमगाएगा. मंदिर परिसर में शाम को 11 हजार दीपक मंदिर ट्रस्ट की ओर से लगाए जाएंगे. महाशिवरात्रि पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से भगवान का विशेष श्रृंगार और 151 किलो पेड़े का महाभोग लगाया जा रहा है. वैसे दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं के पहुुंचने का सिलसिला तीन दिन पहले से ही शुरू हो गया है. रविवार और सोमवार को भी मंदिर परिसर में काफी भीड़ देखने को मिली. आज शिवरात्रि और दो मार्च यानी की बुधवार को अमावस्या होने से बुधवार तक तीर्थनगरी में भीड़ रहेगी. दो दिनों में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं के यहां आने की संभावना है. मंदिरों के अलावा आश्रम, मठ और सामाजिक संगठनों द्वारा भी विभिन्न आयोजन और प्रसादी वितरण किया जाएगा. (Omkareshwar Temple on Mahashivratri 2022 devotees gathered)