रायपुरः करवा चौथ पति और पत्नी के बीच के प्रेम को दर्शाने वाला बेहद निष्ठापूर्ण और श्रद्धा भाव (Loyalty And Devotion) से उपवास रहने का त्यौहार है. इस पर्व पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए 24 घंटे का निर्जला उपवास (Anhydrous Fasting) रखती हैं. वहीं, रात को चांद देखने के बाद ही पानी पीती हैं.
इस मौके पर राजधानी रायपुर के अलावा छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा. उन्होंने सुबह से ही इस कठोर व्रत को धारण किया और विधिवत पूजन-अर्चन की. दिन भर के निर्जला, कठोर व्रत के बाद भी पतियों के दीर्घायु की कामना करने वाली महिलाओं के चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखा. उनके बीच व्रत को लेकर काफी श्रद्धा और विश्वास देखने को मिला.
नई नवेली दुल्हनों में भी रहा रूझान
इस साल करवा चौथ प्रेम को दर्शाने वाला बेहद निष्ठापूर्ण और श्रद्धा भाव से उपवास रहने का त्यौहार है. इस पर्व पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए 24 घंटे का निर्जला उपवास रखती हैं. वहीं, रात को चांद देखने के बाद ही पानी पीती हैं. पहले बहुत कम महिलाएं करवा चौथ व्रत को मनाती थीं लेकिन आज के समय में एक तरीके का यह ट्रेंड हो गया है. आज नई नवेली दुल्हन भी अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ मनाती हैं.
करवा चौथ पूजा विधिः
• देवी-देवताओं की पूजा अर्चना करें.
• इस पावन दिन शिव परिवार शिव की पूजा-अर्चना की जाती है.
• सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें. किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है.
• करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है.
• चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखें.