रायपुर: राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कृषि मंडई "एग्री कार्निवल 2022" का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन 14 अक्टूबर से शुरू होकर 18 अक्टूबर तक चलेगा. जिसमें देश ही नहीं बल्कि विदेश के कृषि वैज्ञानिक भी शिरकत करेंगे. 10 अफ्रीकी देशों के कृषि वैज्ञानिक इस आयोजन में शामिल होंगे. इस आयोजन के माध्यम से कृषि उत्पादों के लिए बाजार कैसे उपलब्ध होगा, इस पर भी चर्चा की जाएगी. साथ ही किसानों के कृषि आधारित उत्पाद को बाजार भी मिल पाएगा. International Agriculture Carnival 2022
रायपुर में होगा पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कृषि मंडई का आयोजन अंतरराष्ट्रीय कृषि मंडई के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत होंगे. समारोह की अध्यक्षता कृषि मंत्री रविंद्र चौबे करेंगे. 16 अक्टूबर को विशाल कृषक सम्मेलन को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संबोधित करेंगे. इसके साथ ही 18 अक्टूबर को इस कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसुइया उइके होंगी.
एग्री कार्निवल 2022 के लिए ट्रैक्टर सफारी भी तैयार यह भी पढ़ें: आरक्षण मुद्दे पर भूपेश सरकार बुला सकती है विशेष सत्र, सीएम ने कहा कैबिनेट मीटिंग में होगी चर्चा
14 से 18 अक्टूबर तक होगा आयोजन: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंदेल ने बताया कि "इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस में 14 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कृषि मंडई का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय स्तर के कृषि संस्थान वैज्ञानिक उधमी और कृषक शामिल होंगे. कुलपति ने बताया कि "एक ट्रैक्टर सफारी भी तैयार किया गया है. जो आम जनों के साथ ही स्कूल के बच्चों को कृषि उत्पाद कैसे और किस तरह से तैयार होता है. इसका प्रैक्टिकल करके बच्चों को दिखाया जाएगा."
किसानों के कृषि आधारित उत्पादो का बाजार फसलों के तैयार होने की प्रक्रिया का दिया जाएगा डेमो: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंदेल ने बताया कि "विदेश से जो कृषि वैज्ञानिक आएंगे, उन्हें छत्तीसगढ़ के धान की विभिन्न किस्मों का अवलोकन कराने के साथ ही फसल कैसे तैयार की जाती है. इसकी जानकारी दी जाएगी. साथ ही विदेशी कृषि वैज्ञानिकों को कैसे ट्रेनिंग दी जाए, इस पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी. राजधानी में लगभग 50% कृषि वैज्ञानिक 13 अक्टूबर तक पहुंच जाएंगे. इन 5 दिनों के दौरान 9 ट्रेनिंग सेशन का भी आयोजन किया गया है. स्कूली बच्चों को इस बात की जानकारी दी जाएगी कि धान कैसे बनता है, फसल कैसे तैयार होता है, गाय से दूध कैसे निकलता है, हनी कैसे बनता है."