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गणेश संकष्टी चतुर्थी का व्रत 2022: आपको मिलेगा कर्ज से छुटकारा, बस करने होंगे ये उपाय - गणेश संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा और विधान

देवों में प्रथम पूज्य गणपति (First Revered Lambodar Maharaj)भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं.यदि गणपति की आराधना सही तरीके से की जाए तो आपके कष्टों का निवारण निश्चित है.

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गणेश संकष्टी चतुर्थी का व्रत 2022

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Published : Mar 19, 2022, 2:58 PM IST

रायपुर : प्रथम पूज्य लंबोदर महाराज (First Revered Lambodar Maharaj) समस्त संकटों को हरने वाले और समस्त बाधाओं से विजय दिलाने वाले माने जाते हैं.लंबोदर महाराज को विघ्नहर्ता भी कहा गया है. वह हमारे जीवन के समस्त विघ्नों को हर लेते हैं. हमें दु:ख से निकालकर सुख प्रदान करते हैं. भगवान श्री गणेश प्रथमेश माने जाते हैं.जन्म के संसार से लेकर मृत्यु के संस्कार (From the world of birth to the rites of death) में सभी जगह गणेश जी की पूजा की जाती है.आज के शुभ दिन नवीन वस्त्र पहन कर श्री गणेश भगवान को लाल अथवा हरे वस्त्र में आदर पूर्वक बिठाकर उन्हें पूजा जाता है.


ऐसे करें पूजा

धूप, दीप,अगरबत्ती से गणेश जी की पूजा (workship of ganesh) की जाती है. दूबी, फूलों और शुद्ध चीजों की माला भगवान श्री गणेश जी को बहुत प्रिय है. श्री लंबोदर महाराज को लड्डू बहुत ही प्रिय माने जाते हैं. इनका भोग लगाकर गणेश जी की पूजा और आरती की जाती है. गणेश वंदना अथर्व शीर्ष गणेश चालीसा गणेश ऋण मुक्ति मोचन मंत्रों का पाठ करना आज के दिन फलदाई होता है. ऐसे जातक जिनके बहुत अधिक लोन हो गया हो. उन्हें गणेश ऋणमोचन मंत्र (Ganesh RinnMochan Mantra) का पाठ करना चाहिए. आज के शुभ दिन गजेंद्र मोक्ष का भी पाठ किया जाता है. ऐसे लोग जो बिना किसी कारणवश किसी मुसीबत में फंस गए हैं. उन्हें गजेंद्र मोक्ष के अनुष्ठान से लाभ मिलता है. गणेश सहस्त्रनाम गणेश जी की आरती के साथ ही पूजन को पूर्ण किया जाता है.



कैसे पूरा करें व्रत ?
आज के दिन चंद्रोदय का विशेष महत्व है क्योंकि चंद्र दर्शन के उपरांत ही इस व्रत का पारण हो पाता है. रात्रि को 9:18 पर चंद्र उदय होगा यह संकष्टी चतुर्थी श्री संकष्टी चतुर्थी कहलाती है.स्वाति नक्षत्र व्यापात योग विश्कुंभकरण बालव करण और तुला राशि के प्रभाव में चंद्रवार के दिन संकष्टी मनाई जाएगी. भोलेनाथ जी और गणेश जी पिता और पुत्र की एक साथ पूजा करने का सौभाग्य साधकों को मिलेगा. आज के दिन महामृत्युंजय मंत्र रुद्राष्टकम लिंगाष्टकम का पाठ करना भी शुभ माना गया है. आज के दिन सुबह 8:21 पर भद्रा निवृत हो जाएगा.उसके उपरांत ही श्री गणेश जी की पूजा पाठ करना सर्वोत्तम माना गया है.भगवान श्री लंबोदर महाराज को आज के दिन तांबूल फल चढ़ाने पर भक्तों की सर्व मनोकामना पूर्ण हो जाती है.

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