रायपुर:छत्तीसगढ़ के 180 प्रवासी मजदूर चार्टर्ड प्लेन से बेंगलुरू से रायपुर एयपोर्ट के लिए सुबह रवाना हुए. ये सभी मजदूर रायपुर एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं. ये सभी मजदूर ट्रेन नहीं होने की वजह से बेंगलुरू में फंसे हुए थे, जो लॉ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों की मदद से प्रदेश लौट रहे हैं. रिलीफ फ्लाइट क्रमांक 9405 से बेंगलुरू एयपोर्ट से सुबह 8 बजे सभी मजदूर रायपुर के लिए रवाना हुए थे. इसमें बलौदाबाजार, महासमुंद, जांजगीर चांपा, गौरेला पेन्ड्रा मरवाही, नारायणपुर जिले के श्रमिक मौजूद हैं. श्रमिकों की जांच के बाद उन्हें भोजन उपलब्ध कराकर संबंधित जिलों के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा.
रायपुर पहुंचते ही मजदूरों के खिले चेहरे SPECIAL : नहीं खुले पार्क और गार्डन, सड़क किनारे सेहत का ख्याल
बेंगलुरू और कर्नाटक के अन्य शहरों में फंसे इन प्रवासी मजदूरों की मदद की है अजय बहल ने, जो एक कानूनी फर्म के सह संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर हैं. बेंगलुरू और हैदराबाद की लॉ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों की मदद से ये मजदूर अपने प्रदेश वापस लौटे. लॉ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों की पहल पर छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की मदद हो पा रही है. बेंगलुरू से छत्तीसगढ़ पहुंचने के लिए कोई भी श्रमिक ट्रेन नहीं है, ऐसे में ये मदद इन मजदूरों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
बेंगलुरू से रायपुर पहुंचे मजदूर सीएम ने छात्रों का जताया था आभार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए बेंगलुरू और हैदराबाद की लॉ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों का आभार जताया है, साथ ही कहा है कि सरकार श्रमिकों को उनके गृह जिलों के क्वॉरेंटाइन सेंटर तक पहुंचाने का इंतजाम कर रही है.
रायपुर के लिए रवाना होते हुए मजदूरों की तस्वीर