रायपुर: खाना बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले तेल की कीमतों में बजट के बाद बढ़ोत्तरी की संभावना जताई जा रही थी. पाम आयल समेत सनफ्लावर, सोयाबीन और सरसों के तेल की कीमत फिलहाल स्थिर है. लेकिन सेस बढ़ने के बाद से दोबारा खाद्य तेलों की कीमत के बढ़ने के आसार बन गए हैं. बजट 2021 में केंद्र सरकार ने आयतित सामानों पर सेस (अधिभार) लगाने का फैसला किया है.
प्रमुख सामान क्रूड पाम ऑयल पर 17.5%, क्रूड सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल पर 20% सेस प्रस्तावित है. ऐसे में आने वाले दिनों में तेल कीमत में उबाल आने की संभावना है. तेल महंगा होने का सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ेगा. कुछ हफ्ते पहले भी तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला था.
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तेल की खपत बढ़ी
अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही बाजार में रौनक बढ़ गई है. होटल, चौपाटी और गृह उद्योग दोबारा अपनी रफ्तार में हैं. ऐसे में तेल खपत भी तेजी से बढ़ी है. गृह उद्योग, होटल और ठेलों में पाम ऑयल का इस्तेमाल व्यापक पैमाने पर होता है. इसलिए इसकी कीमत में बढ़ोतरी हुई है. रायपुर में जनवरी महीने में 1700-1750 रुपए में मिलने वाला पाम आयल फरवरी के पहले हफ्ते में 1820 रुपए तक बिक रहा था.
सनफ्लावर, सोयाबीन और राइस ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल घरों में होता है. इसकी कीमतों में भी बढ़त देखी जा रही है. रायपुर थोक बाजार से छत्तीसगढ़ के साथ ही उड़ीसा के बड़े इलाकों में सप्लाई होती है. ऐसे में थोक बाजार में कीमत में बढ़ोतरी का असर निचले स्तर तक जाना स्वभाविक है.