रायपुर: छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की कोर कमेटी की बैठक गुरुवार दोपहर को आयोजित की गई. यह बैठक लगभग 4 घंटे तक चली. लेकिन हड़ताल को लेकर अभी भी संशय की स्थिति (Doubt persists regarding employee officers) बनी हुई है. सभी पदाधिकारियों ने अपनी अपनी राय जिला और प्रदेश संयोजक को दे दी है. लेकिन इस पर निर्णय नहीं हो पाया है कि हड़ताल जारी रहेगी या हड़ताल को समाप्त किया जाए.
सीएम से मुलाकात करेगी कोर कमेटी:4 घंटे तक चली इस बैठक के समाप्त होने के बाद कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि "छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने जाएंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने के बाद कोर कमेटी यह निर्णय करेगी कि हड़ताल समाप्त किया जाए या फिर हड़ताल आगे भी जारी रहे."
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मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद हड़ताल पर फैसला:कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की बैठक 4 घंटे तक चली. जिसके बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार तिवारी ने बताया कि "हड़ताल को लेकर फिलहाल अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा के नेतृत्व में कोर कमेटी के सदस्य मंत्री रविंद्र चौबे से देर रात मुलाकात करेंगे. उनके माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा होगी. उसके बाद कोर कमेटी के द्वारा निर्णय लिया जाएगा कि हड़ताल स्थगित की जाए या फिर हड़ताल आगे भी जारी रहेगा."
DA और HRA की मांग पर जारी है प्रदर्शन: छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले प्रदेश भर के लगभग 4 लाख कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर हैं. अपनी 2 सूत्रीय मांग केंद्र के समान महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. बात इमरजेंसी सेवाओं की करें, तो स्वास्थ्य विभाग में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाएं पूरी तरह से बाधित हो गई है. इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में प्रदेश के लगभग सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं.