रायपुर :आयुर्वेदिक अस्पताल (Ayurvedic college raipur) में सोमवार से ओपीडी (OPD in Ayurvedic college) समेत सभी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. मरीज की भर्ती, फिजियोथेरेपी, डिलीवरी की सेवा भी शुरू कर दी गई है. प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए आयुर्वेदिक कॉलेज को कोविड अस्पताल (covid hospital) में बदल दिया गया था. इस दौरान अस्पताल में संचालित अन्य सेवाएं बंद कर दी गई थी. प्रदेश में कोरोना के घटते मरीजों को देखते हुए अन्य सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया है.
दूसरी लहर के दौरान छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी. बिस्तरों की कमी को देखते हुए सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कोविड वार्ड की शुरुआत की गई थी. आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में OPD के लिए बने 180 बिस्तर, स्त्रीरोग विभाग और ऑपरेशन थिएटर को कोविड वार्ड में बदल दिया गया था. चूंकि अब कोरोना संक्रमण नियंत्रण में आ चुका है ऐसे में अस्पतालों में अन्य सेवाएं शुरू करने का फैसला लिया गया.
छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर में सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज, अस्पतालों में बेड खाली
अस्पताल प्रबंधक ने शासन को पत्र लिखकर आयुर्वेदिक कॉलेज में प्रभावित हो रही आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवा से अवगत कराया था. कोविड केयर सेंटर से आयुर्वेद के 100 बिस्तरों, स्त्री रोग विभाग और ऑपरेशन थिएटर को अलग कर दिया गया है. सोमवार से आयुर्वेद के इलाज की पूरी प्रक्रिया भी फिर से बहाल कर दी गई है. आयुर्वेदिक कॉलेज में ओपीडी सामान्य रूप से संचालित होगी. मरीजों की भर्ती की सुविधाएं भी लोगों को मिल सकेगी.
बच्चों के लिए बनाया गया 40 बिस्तरों का वार्ड
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के लिए 40 बिस्तरों का वार्ड तैयार किया गया है. इस वार्ड में 20 बिस्तर आईसीयू और 20 सामान्य बिस्तर तैयार किए गए हैं. एक्सपर्ट्स बच्चों में तीसरी लहर का सबसे ज्यादा खतरा बता रहे हैं. इसे देखते हुए जिला प्रशासन अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. आयुर्वेदिक कॉलेज में बने वार्ड में 14 वर्ष तक के बच्चे के इलाज के लिए ओपीडी क्रिटिकल केयर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. तीसरी लहर में संक्रमण का खतरा बढ़ने पर अस्पताल को बच्चों के लिए कोविड डेडीकेटेड सेंटर में बदल दिया जाएगा.