रायपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण (Corona first wave) की पहली लहर से ज्यादा खतरनाक दूसरी लहर रही. अप्रैल के महीने में संक्रमितों और मौतों की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि कैसे प्रदेश में इस महामारी ने हर महीने होने वाली मृत्यु की संख्या बढ़ाई है. इसमे कोरोना संक्रमण (corona infection) से हुई मौत और सामान्य डेथ दोनों शामिल हैं.
कोरोना से छत्तीसगढ़ (corona in chhattisgarh) में पहली मौच 29 मई 2020 को हुई थी. तब से अब तक कोरोना के चलते हजारों लोगों की जान चली गई है. इस तरह महीनेवार आंकड़ों पर नजर डालें तो साफ नजर आता है कि जून 2020 से प्रदेश में हर तरह की मौत के आंकड़ों में भारी बढ़ोतरी हुई है.
- अप्रैल 2020 में प्रदेश में कुल 11695 लोगों की मौत हुई. वहीं मई 2020 में 13375 मौत दर्ज की गई. इसमें कोरोना और गैर कोरोना मौत दोनों शामिल हैं.
- जून 2020 में 14128 लोगों की जान गई. यानी अप्रैल माह की तुलना में जून माह में 2433 ज्यादा लोगों की मौत हुई. इसमें कोरोना और गैर कोरोना मौत दोनों शामिल हैं.
तेजी से बढ़े मौतों के आंकड़े
इसमें एक बात ध्यान रखने वाली बात है कि छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह में कोरोना ने एंट्री ले ली थी. हालांकि मई माह के अंत में पहली कोरोना से मृत्यु हुई. लेकिन गैर कोरोना मृत्यु का आंकड़ा मई माह में काफी तेजी से बढ़ जाता है.
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2020: अप्रैल और अक्टूबर के आंकड़े में बड़ा अंतर
इसी तरह पिछले साल यानी पहली लहर का पीक छत्तीसगढ़ में अगस्त-सितंबर माह में देखा गया था. अप्रैल माह में कुल मृत्यु 11695 हुई थी, वहीं अगस्त में 15851, सितंबर में 17773 अक्टूबर में 19625 मौत दर्ज की गई. इतने तेजी से बढ़े मौत के आंकड़े से सवाल जरूर उठता है कि कहीं इस महामारी के चलते ऐसे लोगों की जान भी तो नहीं चली गई जिनकी कोविड टेस्ट नहीं हो पाई है और समय से इलाज नहीं मिलने के चलते काल की गाल में समा गए. क्योंकि अंतर अप्रैल की तुलना में अक्टूबर माह में 7930 मौतें ज्यादा हुई थी.