छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा कोरोना का केस, ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर हड़कंप - ओमिक्रोन के संक्रमित मरीज
देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर हड़कंप है. कोरोना के नया वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) से बचाव को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार चौकन्नी है. इसी बीच छत्तीसगढ़ में कोरोना (corona) मरीज की संख्या अचानक बढ़ गई है. नया साल 2022 को लेकर छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने नया गाइडलाइन जारी कर दिया है.
छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज
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Published : Dec 31, 2021, 9:36 PM IST
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Updated : Dec 31, 2021, 9:50 PM IST
रायपुरःछत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है. पिछले पांच दिनों में संक्रमण में तिगुना बढ़ोत्तरी हो गया है. कोरोना संक्रमित मरीजों में अब कोरोना (corona) पॉजिटिव बच्चे पाए जा रहे हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज रायगढ़ में मिल रहे हैं. अभी तक 26 से ज्यादा रायगढ़ में कोरोना पॉजिटिव बच्चे मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग इस स्थिति को कोरोना की तीसरी लहर के साथ जोड़कर देख रहा है.
छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज
छत्तीसगढ़ में ओमिक्रोन का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि प्रदेश में अभी तक एक भी ओमिक्रोन के संक्रमित मरीज नहीं मिले हैं लेकिन लगातार संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या में है. स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े हो गए हैं. विभाग ने न्यू ईयर 2022 की पार्टी को लेकर गुरुवार रात में गाइडलाइन जारी कर दिया है. कहा गया है कि नए साल पर होटल में केवल एक तिहाई क्षमता के साथ ही न्यू ईयर मनाया जाएगा.
पिछले पांच दिनों में छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए मरीज
छत्तीसगढ़ के शहरों में फैल रहा कोरोना दूसरी ओर, प्रदेश के बड़े शहरों की बात की जाए तो पांच दिनों के दरम्यान में रायपुर, रायगढ़, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर चांपा आदि जिलों में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीज बढ़े हैं.
जिला
संक्रमित मरीज
रायगढ़
159
रायपुर
101
दुर्ग
53
बिलासपुर
91
जांजगीर चांपा
43
कोरबा
35
तीन जनवरी से पूरे देश में 15 से 18 आयु वर्ष के बच्चों को वैक्सीन लगना शुरू हो जाएगा. प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली गई है. तीन जनवरी से प्रदेश में बच्चों का टीकाकरण शुरू होगा. राज्य में भारत सरकार के निर्देश के अनुसार टीकाकरण तैयारी की गई है.
छत्तीसगढ़ में कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए अब बहुत से लोग सेकंड डोज के लिए आ रहे हैं. 15 से 18 साल वाले आधार कार्ड विहीन, सुधार गृह में रहने वाले किशोरों का परिचय पत्र, आईडी आदि के सहारे टीका लगाया जाएगा. 10 जनवरी से बूस्टर डोज दिया जाएगा.
यह है लक्ष्य
• कोमोरबिडिटी 60+ - 5 लाख 16 हजार
• हेल्थ वर्कर- 3 लाख 40 हजार
• फ्रंटलाइन वर्कर- 3 लाख 20 हजार
दिख सकता है हल्का रिएक्शन
चिकित्सकों ने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद बड़ों के कुछ रिएक्शन देखने को मिल रहा था वैसे ही बच्चों में भी कुछ रिएक्शन देखने को मिलेगा. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि इंफेक्शन के साइड इफेक्ट के बारे में हमने तैयारियां कर रखी है. कोई भी टीका लगाया जाता है तो उसमें थोड़ी सी परेशानी या तकलीफ लाजमी है. हाथ-पांव में दर्द, हल्का बुखार, थकान सामान्य बातें हैं. टीकाकरण कोविड के सभी वेरिएंट के लिए कारगर है.
विदेश से आने वालों की आरटीपीसीआर जांच विदेशी यात्रियों का छत्तीसगढ़ पर्यटन और उनमें ओमीक्रोन संक्रमण की संभावना को ध्यान में रखते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी किया गया है. ऐसे लोगों को सात दिनों के लिए आइसोलेशन में रखा गया है. आठवें दिन भी टेस्ट किया गया है. यदि वह पॉजिटिव आते हैं तो उनको आइसोलेशन में रखा जाएगा. पॉजिटिव आए मरीजों के सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. छत्तीसगढ़ में 27 नवंबर के बाद से लगभग ढाई हजार लोग बाहर से आए हैं. उनमें से 8 लोगों का आरटीपीसीआर पॉजिटिव आया है. इनमें दो की रिपोर्ट बिलासपुर में और 1 की रिपोर्ट रायगढ़ में आई है. यह दोनों रिपोर्ट ओमीक्रोन नेगेटिव है. 5 लोगों का रिपोर्ट आना बाकी है.