रायपुर :अग्निपथ योजना के तहत कांग्रेस के सत्याग्रह के दौरान आज सुंदरकांड पाठ किया (Congress Satyagraha in Raipur) गया. यह सुंदरकांड पाठ रायपुर पश्चिम विधानसभा के विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी गेट पर किया (Congressmen recited Sunderkand in Raipur) गया. इस दौरान विधायक सहित कांग्रेसी कार्यकर्ता हाथ में मजीरा सहित कई वाद्य यंत्र लिए हुए माइक पर सुंदरकांड पाठ कर रहे थे. इस सुंदरकांड पाठ में काफी संख्या में महिला कार्यकर्ता भी शामिल हुईं.
रायपुर में कांग्रेस ने किया सुंदरकांड पाठ का आयोजन 'बीजेपी को सद्बुद्धि के लिए सुंदरपाठ' : संसदीय सचिव विकास उपाध्याय (Parliamentary Secretary Vikas Upadhyay) ने बताया ''भाजपा द्वारा ऐसी योजना लाई जाती है, जिस वजह से लोग आत्महत्या करते हैं. युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम भाजपा सरकार कर रही है. अग्निपथ योजना से इस देश के युवाओं का भविष्य अंधकार में हो जाएगा. अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस 5000 से ज्यादा जगह पर विरोध प्रदर्शन कर रही है. आज सुंदरकांड कर रहे हैं. भगवान के सामने प्रार्थना करते हुए अर्जी लगा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी को भगवान सद्बुद्धि दे. यह सरकार अग्निपथ योजना को वापस ले, जिस तरह पूर्व में बैकफुट पर जाते हुए केंद्र की भाजपा सरकार ने तीन कृषि बिल वापस लिये थे.''
'बीजेपी को सद्बुद्धि देने के लिए पाठ का आयोजन' कौन-कौन प्रदर्शन में शामिल :केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में आंदोलन (Movement against Agneepath scheme in Raipur) जारी है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी प्रदेश के सभी विधानसभा में कांग्रेस ने एक दिवसीय सत्याग्रह किया. जिसमें क्षेत्रीय विधायक सहित वरिष्ठ नेता, पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें -कांग्रेस अग्निपथ का जवाब सत्याग्रह से देगी, मोदी सरकार तुगलकी सरकार: शोभा ओझा
कैसे कांग्रेस कर रही प्रदर्शन :केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस ने 20 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर समेत कई राज्यों में भी शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर दूसरे चरण में प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 27 जून को विधानसभास्तरीय एक दिवसीय सत्याग्रह (One day Satyagraha organized in Chhattisgarh) किया गया है. पाटन विधानसभा में भी एकदिवसीय सत्याग्रह हुआ. पाटन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सत्याग्रह किया गया.
वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा का कहना है कि "सरकार ने अग्निपथ योजना सेना के लिए लाया है और सेना के तीनों अध्यक्ष एक स्वर में कहा है कि यह योजना सेना के लिए बहुत उपयोगी है. कई बार सिर्फ जनता के हित में नहीं बल्कि देश के हित में भी निर्णय लिए जाते हैं. जब सेना के प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया है कि यह योजना उनके हित में है, ऐसे में इस योजना का विरोध करना उचित नहीं है."
अग्निपथ पर पत्रकार और नेताओं का पक्ष कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि "जब तक केंद्र की केंद्र सरकार अग्निपथ योजना को वापस नहीं लेती है, तब तक कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा." वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने अग्निपथ के विरोध में कांग्रेस के धरना प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया है कि वे स्पष्ट करें कि देश के लाखों युवाओं का भविष्य गढ़ने वाली अग्निपथ योजना और गोबर संग्रह के विकल्प में से कौन बेहतर है? ग्रामीण परिवेश में गोबर संग्रह से किसी को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सवाल यह है कि राजनीतिक विरोध के किये भूपेश बघेल युवाओं को भ्रमित क्यों कर रहे हैं?
विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनौती दी है कि वे अग्निपथ और गोबर संग्रह के रोजगार में युवाओं के भविष्य पर जब जहां चाहें, खुली बहस कर लें. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि गोबर बेचकर किसी ने मोटर साइकिल खरीद ली, कोई सम्पन्न हो गया, कोई प्लेन में सफर करने लगा. वे कहते हैं कि चरवाहे भी 30-35 हजार रुपये महीने कमा लेते हैं तो क्या वे विधानसभा के आगामी सत्र में इस पर पूरे तथ्य प्रस्तुत करने को तैयार हैं?