रायपुर: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज (fir on Bhupesh Baghel ) करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं. कांग्रेस का कहना है कि सीएम भूपेश बघेल को यूपी चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए बीजेपी ये हथकंडा अपना रही है. पहले उन्हें लखनऊ हवाई अड्डे पर रोक गया था, फिर लखीमपुर खीरी जाने से रोका गया. नोएडा में योगी के अधिकारी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा दी है. तो वहीं बीजेपी का कहना है कि यूपी में कानून का राज है. कानून से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता.
भूपेश बघेल पर एफआईआर को लेकर कांग्रेस और भाजपा नेता का बयान कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 'मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप 5 व्यक्तियों के साथ घर-घर जा कर जनसम्पर्क कर रहे थे. उन्होंने इस दैरान कोविड के प्रोटोकाल का पूरा पालन किया. इसके बावजूद उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाया जाना इस बात को बताता है कि भूपेश बघेल के यूपी में चुनाव प्रचार से भाजपा घबराई हुई है. यूपी की जनता छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को सुनने-देखने लालायित रहती है. उनकी अभी तक हुई बनारस, गोरखपुर की सभाओं में उमड़ी लाखों की भीड़ ने मोदी और योगी की नींद उड़ा दी है. सीएम के खिलाफ एफआईआर करवाना बीजेपी नेताओं की बौखलाहट को दर्शाता है'.
'भूपेश बघेल की लोकप्रियता से घबराई बीजेपी'
शुक्ला ने आगे कहा कि 'कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रणनीति और कांग्रेस की उम्मीदवारों की पहली सूची के बाद योगी और दूसरे दलों के नेता समझ गए है कि अबकी बार उत्तरप्रदेश में कांग्रेस निर्णायक स्थिति में है. जनता, कांग्रेस में अपना भविष्य देख रही है. यूपी में कांग्रेस के बड़े झंडाबरदार भूपेश बघेल हैं. यूपी के लोग भूपेश के छत्तीसगढ़ मॉडल का सपना अब अपने यहां भी देखने लगे हैं. वहां के किसानों में एक नई आस जगी है कि यूपी में कांग्रेस की सरकार बनने पर उनकी उपज की पूरी कीमत मिलेगी. उनका कर्ज भी माफ होगा. भूपेश बघेल की स्वीकार्यता और लोकप्रियता से घबराई भाजपा अब उनके चुनाव प्रचार में बाधा की अलोकतांत्रिक रास्ता अख्तियार कर रही है.
सीएम बघेल के खिलाफ नोएडा में FIR: चुनाव प्रचार में कोरोना महामारी कानून के उल्लंघन का आरोप
'यूपी में चुनाव आयोग कर रहा काम'
कांग्रेस के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि 'उत्तरप्रदेश में अब चुनाव आयोग की सरकार काम कर रही है. उसने मुख्यमंत्री बघेल को कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाया, इसलिए उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई है. प्रदेश के कांग्रेस नेता यह बात अच्छी तरह गांठ बांध लें कि 'उत्तरप्रदेश में कानून का राज है. कानून से बढ़कर कोई नहीं हो सकता. छत्तीसगढ़ में सत्ता की धौंस दिखाकर कानून और कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाते कांग्रेस के लोगों को कानून का सम्मान करने की आदत डाल लेनी चाहिए.
'बिगड़ैल कांग्रेस नेता कानून की हद में रहे'
बीजेपी प्रवक्ता सिंहदेव ने कहा कि 'एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को किसी दूसरे प्रदेश में कानून को हाथ में लेकर अराजकता फैलाना शोभा नहीं देता. इसकी अनुमति दी भी नहीं जा सकती. दशकों सत्ता में रहकर अपनी आदत से मजबूर बिगड़ैल कांग्रेस नेताओं को अब कानून की हद में रहना होगा. यही इस FIR का सीधा और साफ संदेश है.
'कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने यह कहकर कि, मुख्यमंत्री बघेल प्रचार करते रहेंगे, एक बार फिर कांग्रेस के सत्तावादी अहंकार से चूर राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है. मुख्यमंत्री बघेल कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए प्रचार करें, पर छत्तीसगढ़ जैसा राजनीतिक आचरण अब उत्तरप्रदेश में दोबारा प्रदर्शित न करें. सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल तो कानून के राज की खुद बड़ी-बड़ी डींगें हांकते नहीं थकते, अब ओछी राजनीति का प्रदर्शन करने के लिए कानून का उल्लंघन करने पर हुई FIR पर प्रदेश के कांग्रेस नेता क्यों परेशान हों रहे हैं?
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ उत्तर प्रदेश में एफआईआर हो गई है. गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ आचार संहिता और महामारी कानून के उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है. भूपेश बघेल नोएडा क्षेत्र के गांवों में कांग्रेस की प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक का चुनाव प्रचार करने गए थे. नोएडा के सेक्टर 113 थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. नोएडा विधानसभा क्षेत्र के उप निर्वाचन अधिकारी एवं दादरी तहसील के उप जिलाधिकारी ने सीएम के खिलाफ FIR दर्ज कराई है.