रायपुर :विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन बीजेपी ने धान खरीदी के मुद्दे पर सरकार को घेरा. धान खरीदी और कस्टम मिलिंग के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार से कई सवाल किए.
छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र चौथा दिन बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से सवाल पूछा कि '31 दिसंबर के बाद कितना धान बाकी है? धान की मिलिंग कितनी हो गई है और सारा धान कहां जमा हो रहा है?' इस पर मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि '2019-20 में 83.94 लाख मीट्रिक टन धान उपार्जित हुआ था. कस्टम मिलिंग 80 लाख मीट्रिक टन धान का हुआ था. शेष 3 लाख 44 हजार मीट्रिक टन धान है जो अभी समिति स्तर पर है और कुछ संग्रहण केंद्र पर है. '
Chhattisgarh Vidhansabha Live Update: धान खरीदी के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा
अजय चंद्राकर ने धान के संग्रहण को लेकर खाद्य मंत्री को घेरे में लिया. उन्होंने पूछा कि 'जो धान संग्रहण केंद्रों में रखा हुआ है, लेकिन पिछले सत्र में 4 लाख 65 हजार टन धान शेष है ये बात खाद्य मंत्री ने कही थी, इसका सीधा मतलब है कि मिलिंग हुई है. तो जो 31 दिसंबर के बाद जो मिलिंग हुई उसका चावल FCI में जमा हुआ या नान में जमा हुआ है ये मेरा सवाल था.' इस पर खाद्य मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि '31 जनवरी तक जो पूछा है उसका चावल दोनों ही जगह जमा किया गया है. '
कस्टम मिलिंग पर खाद्य मंत्री को घेरा
विधायक अजय चंद्राकर ने एक साल पूराने धान का कस्टम मिलिंग किए जाने को लेकर खाद्य मंत्री को घेरा. चंद्राकर ने सवाल पूछा कि 'क्या एक साल पूराने चावल का नान वितरण करेगी ?' इस पर अमरजीत भगत ने कहा कि 'भारत सरकार के पास 3 साल पूराना चावल जमा है आप स्टेट के एक साल पूराने चावल पर सवाल उठा रहे हैं. क्वालिटी इंस्पेक्टर के इंस्पेक्शन के बाद ही मानकों के अनुरूप चावल जमा होता है.'
विधायक अजय चंद्राकर ने नार्म के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि 'एक साल पुराने चावल को FCI लेती है और क्या नान इसे बाटती है हां या न में इसका जवाब खाद्य मंत्री दे दें.' खाद्य मंत्री ने कहा कि 3 लाख 44 हजार जो धान है उसका कस्टम मिलिंग होगा. नार्म के अनुरूप होगा. इस पर अजय चंद्राकर ने नार्म को सदन में रखने की बात कही.