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ED raid in chhattisgarh : ED छापे को लेकर सीएम भूपेश का बयान, बीजेपी नहीं लड़ पा रही सीधी लड़ाई

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Published : Oct 11, 2022, 2:42 PM IST

Updated : Oct 11, 2022, 2:58 PM IST

ED raid in chhattisgarh मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश सैफई के दौरे पर है. वे समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन में शामिल होंगे. रवानगी से पहले सीएम ने दौरे की जानकारी और कहा एआईसीसी की तरफ से कमलनाथ और मुझे मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होने का निर्देश मिला है.इस दौरान उन्होंने ईडी के छापों को लेकर अपना बयान दिया.

ED छापे को लेकर सीएम भूपेश का बयान
ED छापे को लेकर सीएम भूपेश का बयान

रायपुर :प्रदेश में ईडी छापे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना (CM Bhupesh statement regarding ED raid ) साधा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा" भारतीय जनता पार्टी सीधे लड़ नहीं पा रही, ईडी आईटी डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है, मैं पहले ही कह चुका हूं कि ये फिर आएंगे, यह छापा आखिरी नहीं है. इसके बाद यहां और आएंगे. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा. उस समय सेंट्रल एजेसियों की यात्रा और बढ़ेगी. यह कार्रवाई सिर्फ डराने और धमकाने के लिए किया जा रहा है. इसके अलावा और कुछ नहीं है.''

ED छापे को लेकर सीएम भूपेश का बयान
सीएम ने प्रदेश में बार बार प्रदेश में हो रही सेंट्रल एजेंसी के छापे को लेकर कहा कि '' यह परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि मैंने पहले ही कहा था कि 6500 करोड़ का रुपए चिटफंड कंपनी के माध्यम से आम जनता का पैसा डूब गया है. इस मामले पर संज्ञान लेने के लिए मैंने कहा था. लेकिन इस पर एजेंसी ध्यान दे रही है . जनता के मामलों पर कुछ नहीं किया जा रहा है. यह सिर्फ डराने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा कुछ नहीं है. यह बार-बार आएंगे लेकिन अब जनता भी जान चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी नहीं लड़ पा रही है और वे सेंट्रल एजेंसी का इस्तेमाल कर रही है.''

अरुण साव के पत्र पर बयान : CM भूपेश के मुताबिक ''नक्सलियों के साथ बीजेपी का साठगांठ रहा है, भाजपा का कार्यकाल पूरा उठाकर देख लो तो, रसीद देते हुए चंदा देते हुए और मंत्रियों के यहां आते हुए और सबसे बड़ा उदाहरण झीरम घाटी है. यह जो आपराधिक राजनीतिक षड्यंत्र रहा है. उसमें यह कुछ नहीं कर रहे हैं. भीमा मंडावी जो भाजपा के विधायक थे. उनकी मौत को लेकर राज्य पुलिस जांच कर रही थी. उसे एएनआई ने ले लिया. उनकी मौत को हुए कितने साल हो गए.यह मामला लोकसभा चुनाव के दौरान का है.आज तक उसमें कुछ हुआ. उस विषय के बारे में अरुण साव केंद्र को क्यों पत्र नहीं लिखते. एनआईए जांच कर रही है. लेकिन अब तक उसमें क्या मिला प्रदेश के लोग यह जानना चाहते हैं.''

Last Updated : Oct 11, 2022, 2:58 PM IST

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