रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें नमन किया. 21वीं सदी के आधुनिक भारत का सपना देखने वाले स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर राष्ट्र के नवनिर्माण में उनके अमूल्य योगदान को सीएम ने याद किया.
बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि राजीव गांधी ने भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली. उन्होंने अपने कार्याें से 21वीं सदी के आधुनिक भारत की नींव रखी. इसके साथ ही उन्होंने उनके सतत न्याय के सपने को सार्थक आकार देते हुए नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने की बात कही है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी ने सत्ता के विक्रेन्द्रीयकरण के उद्देश्य से देश में पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों को अधिकार संपन्न बनाने का महत्वपूर्ण कार्य किया. उन्होंने देश में कंप्यूटर और सूचना क्रांति की नींव रखी, जिसके जरिए शासकीय काम-काज में पारदर्शिता और ई-प्रशासन के माध्यम से आमजन तक शासकीय योजनाओं की आसान पहुंच सुनिश्चित हुई. उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए युवाओं को 18 साल में मतदान का अधिकार दिलाया.
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की दी जाएगी दूसरी किश्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी का यह दृष्टिकोण था कि 'भारत में गरीबी उन्मूलन और आत्मनिर्भर भारत' निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति किसानों की आर्थिक दशा में सुधार के बिना संभव नहीं है. उनके बताए रास्ते पर चलते हुए राज्य सरकार ने गरीबों, किसानों, आदिवासियों सहित सभी वर्गों के लोगों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम और योजनाएं शुरु की हैं. किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए 'राजीव गांधी किसान न्याय योजना' शुरू की गई है. इस योजना के माध्यम से 19 लाख किसानों को 5 हजार 750 करोड़ रुपए की राशि चार किश्तों में सीधे उनके खाते में डाली जा रही है. इस योजना की दूसरी किश्त राजीव गांधी की जयंती पर दी जा रही है. राज्य सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए धान खरीदी, कर्जमाफी, सिंचाई कर की माफी जैसे कदम उठाए.
ग्रामीणों के लिए कई योजनाएं संचालित
राज्य सरकार गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए विशेष ध्यान दे रही है. ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सुराजी गांव योजना शुरू की है. गांवों में गौठानों में पशुधन संवर्धन के साथ-साथ रोजगार मूलक गतिविधियां शुरू की गई है. इन गौठानों में गोबर खरीदी की 'गोधन न्याय योजना' संचालित की जा रही है. देश-दुनिया में पहली बार 2 रूपए किलो में गोबर की खरीदी की जा रही है. यही नहीं वनवासियों के संग्रहित लघु वनोपजों की खरीदी व्यवस्था, व्यक्तिगत और सामुदायिक वन अधिकार पत्रों का वितरण, तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना जैसी कल्याणकारी योजनाएं प्रारंभ की गई है.