रायपुर:विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा (World Famous Bastar Dussehra) समाप्ति की ओर है. बस्तर दशहरे की मुरिया दरबार (Muria Durbar of Bastar Dussehra) की रस्म आज पूरी की जाएगी. जिसमे CM भूपेश बघेल भी शामिल हो रहे हैं. मुरिया दरबार में सीएम बस्तर और वहां के लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका निदान करेंगे. दो दिनों के बस्तर दौरे के दौरान सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) बस्तर में करोड़ों की योजनाओं का भी लोकार्पण करेंगे.
रस्म मुरिया में शामिल हुए मुख्यमंत्री
75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा (World Famous Bastar Dussehra) का आयोजन अब समाप्ति की ओर है. बस्तर दशहरा की एक और महत्वपूर्ण रस्म मुरिया दरबार का आयोजन सिरहासार भवन में किया गया. इस रस्म में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) सहित तमाम मंत्री, दशहरा समिति के अध्यक्ष, साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि और मुखिया, माझी चालकी उपस्थित रहे.
मांझी चालकियों का बढ़ेगा मानदेय- सीएम
इस रस्म के दौरान दशहरा समिति के सदस्य सभी मांझी चालकियों ने मुख्यमंत्री के सामने पर्व से सम्बंधित अपनी समस्याएं रखी. जिनके समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने आदेश देते हुए पिछले साल मांझी चालकियों के मानदेय में बढ़ोतरी करने की घोषणा की. आज सभी मांझी चालकियों को बढ़ी हुई मानदेय मुख्यमंत्री की ओर से दिया गया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस रस्म के दौरान तीन बढ़ी घोषणाएं भी की.
दरअसल 600 वर्षों से सामान्य और वनवासी समाज की तरफ से संयुक्त रुप से बस्तर दशहरा पर्व माता दंतेश्वरी के सम्मान में यहां मनाया जाता है. जिसमें हजारों की संख्या में आदिवासी शामिल होते हैं. बस्तर दशहरा समारोह के अंतर्गत मुरिया दरबार कार्यक्रम में बस्तर संभाग भर से आए विभिन्न गांवों के मांझी, चालकी, मुखिया शासन प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याओं को रखते हैं और उनके निदान के लिए पहल की जाती है.
रियासत काल में ग्रामीण राजा के समक्ष अपनी समस्या रखते थे और वे समस्याओं का निराकरण किया करते थे. लेकिन लोकतंत्र में अब शासन प्रशासन के नुमाइंदे मौजूद रहते हैं और ग्रामीण उनसे अपनी समस्याओं को बताते हैं. आज इस आयोजन में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के समक्ष पर्व से संबंधित मांग रखने के साथ ही बस्तर के ग्रमीण अंचलों में मौजूद देवगुड़ियों के जल्द से जल्द जीर्णोद्धार करने के साथ ही पुजारियों को मानदेय दी जाने की मांग की.