रायपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या में ब्लास्ट हुआ है. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने फैसला लिया है कि बोर्ड परीक्षाओं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया जाएगा. लेकिन ये निर्णय निजी स्कूल संचालकों को अखर गया है. छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने इस निर्णय का विरोध किया है, जिसके बाद सरकार भी सख्त नजर आ रही है.
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने तय किया है कि जो स्टूडेंट्स स्कूल की पूरी फीस जमा नहीं करेंगे, उन्हें अगली क्लास में जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा. सरकार ने कहा है कि वो बच्चों के भविष्य से खिलवााड़ नहीं होने देगी. अगर निजी स्कूल बच्चों को टीसी नहीं देते हैं तो सरकारी स्कूलों में एडमिशन दिया जा सकता है. हालांकि वरिष्ठ मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रविन्द्र चौबे ने गुरुवार को सख्त लहजे में कहा था कि सरकार का फैसला मानना ही पड़ेगा.
सरकार का फैसला सबको मानना होगा: मंत्री रविंद्र चौबे
अब हम आपको पूरा मामला समझाते हैं-
पिछले हफ्ते छत्तीसगढ़ सरकार ने फैसला लिया था कि प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं में परीक्षा नहीं ली जाएगी और सभी विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया जाएगा. कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार ऑफलाइन मोड में ही लेगा. इन परीक्षाओं में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय केन्द्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार होगा.
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने किया विरोध